– आयोजन के लिए 37 होटलों को किया है रिजर्व..
– शहर की 100 से ज्यादा होटलों में बुकिंग रोकने से दूसरे कामों से इंदौर आने वाले परेशान
– होटल संचालक परेशान…हो रहा नुकसान
इंदौर, विकाससिंह राठौर। शहर में पहली बार होने जा रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की तैयारियों के नाम पर मनमानी होती नजर आ रही है। शासन-प्रशासन ने जून से ही शहर की सभी प्रमुख होटलों में 6 से 13 जनवरी 2023 के बीच रूम्स की बुकिंग पर रोक लगा दी थी। इनमें से सिर्फ 37 होटलों को कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों के लिए रिजर्व किया गया है। इसके बाद भी बाकी होटलों में बुकिंग नहीं खोली गई है। इससे इस दौरान शहर में बाहर से अन्य कामों से आने वाले लोगों के साथ ही होटल संचालक भी परेशान हैं, क्योंकि इससे उनका नुकसान हो रहा है, वहीं इसके बदले उन्हें कोई भरपाई भी नहीं की जा रही है। इसे लेकर होटल संचालकों ने प्रशासन से बुकिंग अनलॉक करने की मांग भी की है।
उल्लेखनीय है कि शहर में पहली बार 8 से 10 जनवरी के बीच प्रवासी भारतीय सम्मेलन और 9 से 11 जनवरी के बीच ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट होने जा रही है। एक साथ होने जा रहे दो बड़े आयोजनों में देश-विदेश से बड़ी संख्या में खास लोग शामिल होंगे। इनके ठहरने की व्यवस्था के लिए शासन ने पर्यटन विभाग के माध्यम से जून से ही शहर की सभी 100 से ज्यादा प्रमुख होटलों में रूम्स की बुकिंग पर रोक लगा दी थी। कुछ समय पहले ही इनमें से 37 होटलों को इस आयोजन के लिए रिजर्व घोषित करते हुए आयोजन में आने वाले मेहमानों को इनकी सूची भेजी गई है। आयोजनों के लिए बनाई गई वेबसाइट पर भी इन होटलों की बुकिंग खोली गई है, जिसके जरिए वे सीधे इनमें रूम्स बुक कर सकते हैं, लेकिन बाकी होटलों को रिजर्व ना किए जाने के बाद भी बुकिंग पर रोक लगा रखी है, जिससे इस दौरान दूसरे शहरों से घूमने या अन्य कामों से इंदौर आने वाले लोग भी परेशान हैं और चाहकर भी होटलों में अपने रूम्स बुक नहीं कर पा रहे हैं, वहीं इस दौरान शादी समारोह आयोजित करने वाले लोग भी परेशान हैं कि वे मेहमानों की व्यवस्था कैसे करेंगे। इस सब के बीच सीजन होने के बाद भी नुकसान होटल संचालकों को उठाना पड़ रहा है।
तीन से पांच सितारा होटलें शामिल
दोनों कार्यक्रमों के लिए शहर के जिन 37 होटलों को रिजर्व किया है, उनमें तीन से पांच सितारा तक के होटल शामिल हैं। इनमें शेरेटन ग्रांड पैलेस, रेडिसन ब्लू, सयाजी होटल, मेरियॉट, वॉव होटल, दी पार्क, किरियाड होटल, श्योर स्टे प्लस, गोल्डन लिव्स कंवेंशन सेंटर, एसेंशिया लक्जरी होटल, एचआरजे सरोवर पोर्टिको, होटल श्रीमाया, लेमन ट्री, फेयरफील्ड बॉय मेरियॉट, क्लेरिआन इन, रिजेंटा सेंट्रल, इफोटेल, श्रीमाया रेसिडेंसी, ओमनी रेसिडेंसी, एनराइस बाय सयाजी, क्राउन पैलेस, प्राइड होटल एंड कंवेंशन सेंटर, होटल प्रेसिडेंट, सफायर स्टार, प्रेसिडेंट पार्क, जलसा बेंक्वेट एंड रिसोर्ट, भंडारी फार्म एंड रिसोर्ट, जिंजर होटल, वाटरलीली, प्रिंसेस पैलेस, होटल मंगल सिटी, इंफिनिटी होटल एंड स्पा, होटल सोमदीप पैलेस, विनवे होटल, होटल ओमनी पैलेस, अमर विलास और पपाया ट्री होटल के नाम शामिल हैं।
जिन होटलों को रिजर्व किया, उन्हें भी कोई बुकिंग नहीं दी
इस आयोजन में मेहमानों के आने-जाने, ठहरने और घूमने पर शासन कोई राशि खर्च नहीं कर रहा है। इसलिए जिन 37 होटलों को रिजर्व किया गया है, उन्हें भी कोई मिनिमम बुकिंग नहीं दी गई है। मेहमानों को सीधे अपने रूम्स बुक करना है। ऐसे में इन होटलों में रूम बुक नहीं होते हैं, उसका नुकसान होटल संचालक को ही उठाना पड़ेगा। जिन होटलों को रिजर्व ही नहीं किया है, उनमें तो मेहमान चाहकर भी बुकिंग नहीं कर सकते हैं तो उनके संचालकों को तो आठ दिन पूरा ही नुकसान होगा।
37 से बढक़र 60 हो सकती हैं रिजर्व होटलों की संख्या
होटल संचालकों के मुताबिक होटलों को कार्यक्रम के लिए रिजर्व करने की पूरी व्यवस्था पर्यटन विभाग देख रहा है। अभी 37 होटलों में करीब 3200 कमरे तैयार हैं। दोनों आयोजनों के दौरान मेहमानों के साथ ही बाहर से आने वाले नेता और अफसरों के लिए भी कमरों की जरूरत होगी। इस दौरान चार हजार कमरों की जरूरत होने का अनुमान है। इसे देखते हुए रिजर्व की गई होटलों की संख्या बढक़र 60 तक हो सकती है। 37 प्रमुख होटलों के बाद बाकी होटलें छोटी होने के कारण इनमें कम कमरे हैं। इसके कारण अन्य 23 होटल जोड़े जाने के बाद भी रूम चार हजार के आसपास ही पहुंच पाएंगे।
जिन होटलों को रिजर्व नहीं किया, उन्हें अनलॉक करने की मांग
इंदौर होटलियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सूरी ने बताया कि इन आयोजनों से शहर की प्रतिष्ठा जुड़ी है, इसलिए होटल संचालकों ने प्रशासन के कहने पर जून से ही सभी होटलों में 6 से 13 जनवरी तक की बुकिंग बंद कर रखी है। इंदौर में 100 से ज्यादा होटल्स हैं। इनमें से अब तक 37 को इन आयोजनों के लिए रिजर्व किया गया है। होटल संचालकों ने मेहमानों के लिए रेट्स भी कम किए हैं। होटल में अगर रूम खाली रहते हैं तो उसका नुकसान भी होटल संचालक ही उठाएंगे, लेकिन जिन होटलों को रिजर्व नहीं किया गया है, उनमें बुकिंग खोलने की मांग होटल संचालकों की है। अगले कुछ दिनों में कुल 60 होटलों को रिजर्व किए जाने की बात सामने आ रही है। संभवत: इसके बाद बाकी होटलों में बुकिंग खोली जा सकती है।
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