बिना एनेस्थेसिया दांत निकालने से लेकर सर्जरी का लाइव डेमो भी
इंदौर। शहर में एलोपैथिक चिकित्सकों की तो निरंतर कॉन्फ्रेंस आयोजित होती है, वहीं पहली बार आयुर्वेद को लेकर अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार और कॉलेज का स्वर्र्ण जयंती समारोह मनाया जा रहा है। सरकारी अष्टांग आयुर्वेदिक कॉलेज के 50 साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर 17 और 18 दिसम्बर को देश-विदेश के आयुर्वेदिक चिकित्सक, नाड़ी वैद्य से लेकर वैज्ञानिक और विदेशों से भी जानकार इंदौर पहुंचेंगे।
बिना एनेस्थेसिया दिए दांत निकालने से लेकर कई तरह की सर्जरी और उपचार का लाइव डेमो भी दिया जाएगा। वहीं लगने वाले स्टॉलों पर दुर्लभ जड़ी-बूटी और आयुर्वेदिक औषधियां भी उपलब्ध रहेगी। साथ ही नई आधुनिक आयुर्वेदिक चिकित्सा से संबंधित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। कई जानी-मानी आयुर्वेदिक फार्मा कम्पनियों द्वारा भी स्टॉल लगाए जाएंगे। यह सेमिनार केन्द्र और राज्य शासन के आयुष विभाग की सहायता से भी आयोजित होगा। इसके संयोजक डॉ. सतीशचंद्र शर्मा के मुताबिक इसका विषय सिद्धांत कॉन रखा गया है, जिसमें हजारों वर्ष पूर्व आयुर्वेद मे बताए गए सिद्धांतों के द्वारा आधुनिक परिप्रेक्ष्य मे किस प्रकार मरीजों को इलाज की सुविधाएं एवं शिक्षण परंपरा को और बेहतर बनाया जा सकता है, इस पर विचार किया जाएगा। विभिन्न वैज्ञानिक सत्र में भारत और विदेश से आए विशेषज्ञों के द्वारा आत्मनिर्भर भारत में आयुर्वेद की उपयोगिता मध्यप्रदेश में पाए जाने वाले आयुर्वेद औषधि पौधों की खेती, संरक्षण एवं उपयोगिता, आहार चिकित्सा, रोगों से बचाव, आयुर्वेद में आत्यायिक चिकित्सा, प्रकृति विज्ञान मर्म उपचार, पंचकर्म चिकित्सा, क्रिया कल्प चिकित्सा व अन्य विषय पर विचार किया जाएगा।
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