हर एक आंख में होती है मुंतजिर कोई आंख
हर एक दिल में कहीं कुछ जगह निकलती है।
भोपाल के सीनियर सहाफियों (पत्रकारों) में शुमार पवन सोनी साब इन दिनों आंख से बावस्ता मजऱ् से निहायत परेशान हैं। इस मजऱ् के चलते पत्रकार की ज़हनी, दिमाग़ी और जिस्मानी हालत तो गिर ही गई है, इनकी माली हालत भी बहुत खराब हो गई। है। पवन सोनी गुजिश्ता 34 बरसों से सहाफत (पत्रकारिता) में हैं। इन्होंने दैनिक जागरण, नवभारत, राष्ट्रीय सहारा , राज एक्सप्रेस और पीपुल्स समाचार में लपक काम किया। पवन भाई सेंट्रल डेस्क के माहिर सहाफी माने जाते हैं। पांच बरस पेले इने ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। कोई 3 महीने रिकवर होने में लगे। नोकरी छूट गई। किसी तरह ईएमएस मीडिया में नोकरी लगी। लेकिन कोई साल भर से पवन भाई की एक आंख के रेटीना में दिक्कत हो गई है। इनके रेटीना में ब्लड क्लॉट हो गया है। इससे उस आंख से दिखना लगभग खत्म हो गया है। डाक्टरों का कहना है कि आंख के ब्लड क्लॉट की सर्जरी नहीं की जा सकती। क्लॉट की वजह से आंख में दर्द भी बहुत होता है। आई स्पेशलिस्ट ने क्लॉट हटाने के लिए आंख में इंजेक्शन की सलाह दी है। ये इंजेक्शन हर महीने लगवाना होता है। इसकी बाज़ार में कीमत 30 हज़ार रुपये है। जब तक आंख के रेटीना का ब्लड क्लॉट खत्म नहीं हो जाता ये महंगा इंजेक्शन लगवाना पड़ेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved