कमजोर अग्रेजी से हताश होकर दी जान
इंदौर। पिछले 6 माह से एयर होस्टेस (air hostess) की तैयारी कर रहीं दो बहनों में से एक ने इंटरव्यू (interview) से पहले रात को फांसी (hanging) लगाकर आत्महत्या (suicide) कर ली। बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने वाली नाबालिग की अंग्रेजी (english) कमजोर थी, जिसके चलते उसे इंटरव्यूह को लेकर घबराहट थी।
न्यू गौरी नगर (new gauri nagar) की रहने वाली 17 साल की कुमारी शैली पिता संतोष को फांसी के फंदे से उतारकर एमवाय अस्पताल (my hospital) लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत बता दिया। पुलिस ने शैली के परिजन के बयान लिए तो साफ हुआ कि शैली और उसकी बड़ी बहन सिमरन 6 माह से ट्रेजर आईलैंड के सामने अक्षरा एकेडमी से एयर होस्टेस की तैयारी कर रही थीं। शैली की अग्रेजी कमजोर थी। वह बीते कुछ दिनों से इसी बात को लेकर हताश थी। उसने अग्रेजी की कोचिंग भी ज्वाइन की थी। आज उसका इंटरव्यूह था, इससे पहले उसने रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह भी जांच की जा रही है कि कोचिंग संस्थान की और से उस पर किसी बात को लकर दबाव तो नहीं बनाया जा रहा था।
सालों से पंक्चर की दुकान चला रही महिला ने फांसी लगाई….नाबालिग और एक अन्य ने भी जान दी
जंजीर वाले चौराहे (zanjeerwale chauraha) पर सालों से साइकिल (bicycle) की दुकान चला रही महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। निगम (corporation) के कर्मचारी ने भी फांसी लगाकर जान दे दी। पंचम की फैल की रहने वाले 65 साल की नर्मदाबाई उर्फ नब्बो को फांसी के फंदे से उतारकर एमवाय अस्पताल लाया गया। बताया जा रहा है कि वह जंजीरवाला चौराहे पर सालों से साइकिल का पंक्चर जोडक़र अपना और परिवार का पालन-पोषण करती थी। उसे अस्पताल लाने वालों का कहना है कि वह किसी बीमारी से परेशान थी। पुलिस पता लगा रही है कि उसने यह कदम क्यों उठाया। पंचम की फैल के रहने वाले दीपचंद पिता बंशीलाल ने भी फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि वह नगर निगम का कर्मचारी था। मोहल्ले में शादी थी, जिसके चलते सभी लोग शादी में गए थे। दीपचंद भी शादी में गया और जल्दी लौट आया। बाद में घर के अन्य लोग घर पहुंचे तो अंदर से दरवाजा बंद था। दरवाजा तोडक़र दीपचंद को फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे।
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