इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर क्राइम ब्रांच (Indore Crime Branch) और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में दुर्लभ प्रजाति के कछुओं (rare species of turtles) की तस्करी करने के मामले में दो अरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि इंदौर क्राइम ब्रांच (Crime Branch) और वन विभाग ने दोनों आरोपियों के कब्जे से 14 दुर्लभ प्रजाति के कछुए बरामद किए हैं। बदमाश इन कछुओं को बेचने की फिराक में थे। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि तंत्र विद्या इत्यादी के लिए दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की बाजार में अधिक मांग होती है।
बताया जा रहा है कि कछुओं की तस्करी करने वालो को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच और वन विभाग की टीम के सदस्य ग्राहक बनकर मिले थे। बीस हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। सौदा तय होते ही तस्कर जैसे ही डिलीवरी देने पहुंचे पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया, पुलिस ने इनके कब्जे से 14 कछुए जब्त किये थे। पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए दोनों आरोपी धनंजय नगरकर और वरुण को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है।
वन विभाग की टीम ने वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. विभाग ने पंद्रह दिन की रिमांड मांगी है। वन विभाग अब विस्तृत जानकारी जुटा रहा है, आशंका है कि आरोपियों के अन्य साथी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। वन विभाग ने इसके लिए अपने साथ विशेष दस्ते को भी लगाया है। एडीशनल कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने मामले की पुष्टि की है और बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 14 कछुए बरामद किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपी लंबे समय से कछुओं की तस्करी में लिप्त थे। गत दिवस आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।