भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को जिले के शहपुरा में रानी दुर्गावती स्टेडियम में पेसा एक्ट जागरूकता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का मतांतरण व शादी कर जमीन हड़पने वालों पर नकेल कसेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी बहुल जिले में इस तरह का गिरोह सक्रिय है। इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मतांतरण कर हथियाई गई जमीन वापस दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अब सरकार भोपाल से नहीं, गांव की चौपाल से चलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 50 वर्ष से अधिक समय तक प्रदेश में शासन किया, लेकिन यह अधिकार आदिवासियों को नहीं दिया। जल, जंगल और जमीन पर अब पंचायत का अधिकार होगा।
सामान्य व पिछड़ा वर्ग के खिलाफ नहीं है पेसा एक्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा एक्ट सामाजिक क्रांति है। पेसा एक्ट किसी के खिलाफ नहीं है। सामान्य, पिछड़ा वर्ग के लोगों के खिलाफ बिल्कुल नहीं है। यह भ्रामकता न फैलाई जाए।
मामा की पाती का विमोचन
मुख्यमंत्री ने पेसा जागरूकता सम्मेलन में पोस्टकार्ड और मामा की पाती का विमोचन भी किया। शहपुरा जनपद के ग्राम गुरैया में पेसा एक्ट को लेकर आयोजित ग्राम सभा मेें भी मुख्यमंत्री शामिल हुए।
बच्चे का नाम रखा पेसा
मुख्यमंत्री से गुरैया गांव निवासी पिता टिंबकेशव मरावी और माता दीपमाला मरावी ने एक माह के बच्चे का नामकरण करने का आग्रह किया। इस पर सीएम ने बच्चे को गोद में लेकर उसका नाम पेसा रख दिया।
196 गांव में सतही स्रोत से पेयजल इकाई
शिवराज ने क्षेत्र के 196 गांव में सतही स्रोत से पेयजल इकाई बनाने की घोषणा की। इन गांवों में पेयजल संकट है। अब यहां बांध और नदी से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
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