मतदाता पुनरीक्षण के काम में भी जनता अधिक जागरूक नहीं, वोट डालते वक्त मचाती है हल्ला, उसके पहले सुधरवाने की जहमत नहीं उठाते
इंदौर। मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य इन दिनों चल रहा है। हालांकि इस बार भाजपा सक्रिय है, जिसके चलते 60 हजार से अधिक दावे-आपत्तियां प्राप्त कर लिए गए। मगर जनता अभी भी उतनी जागरूक नहीं है। सिर्फ वोट डालते वक्त ही सूची में नाम न होने या मतदान केन्द्र बदल जाने का हल्ला मचाती है। वहीं 7 लाख से अधिक मतदाता अभी ऐसे बचे हैं जिन्होंने तमाम प्रयासों के बावजूद अपने मतदाता परिचय-पत्रों को आधार से लिंक नहीं कराया।
मतदाता प्राप्त राजनीतिक दलों की बैठक 25 नवम्बर को 4 बजे कलेक्ट्रेट में रखी गई है, जिस पर पुनरीक्षण के संबंध में चल रही कार्रवाई और प्रगति की जानकारी दी जाएगी। दूसरी तरफ कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी के अनुसार स्कूल-कॉलेजों में विशेष कैम्प लगाए जा रहे हैं। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर ने कैम्प के लिए निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण और सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी है। सभी विधानसभा क्षेत्रों के स्कूलों-कॉलेजों में ये कैम्प लग रहे हैं, जिसका सिलसिला 28 नवम्बर तक जारी रहेगा। दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने वोटर आईडी को आधार से लिंक करवाने का भी अभियान पिछले दिनों शुरू करवाया, मगर अभी तक 100 फीसदी यह काम नहीं हो सका है। जिले के 25 लाख मतदाताओं में से 18 लाख ने ही जागरूकता दिखाई और 7 लाख से अधिक अभी भी आधार सीडिंग से बचे हैं।
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