नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह पहुंचे हैं. यहां पर उन्होंने आसियान – भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिए. इसके अलावा उन्होंने यूएस के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की. इस दौरान दोनों समकक्ष नेताओं ने कई गंभीर विषयों पर बातचीत की है. दोनों के बीच यूक्रेन युद्ध से लेकर रणनीतिक भारत-प्रशांत क्षेत्र और द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा की.
बता दें कि विदेश मंत्री जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ गए हैं. वह यहां पर आसियान – भारत शिखर सम्मेलन और जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ यात्रा पर हैं, जो यहां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. जयशंकर ने ट्वीट किया, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ एक अच्छी बैठक हुई. यूक्रेन, हिंद-प्रशांत, ऊर्जा, जी20 और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. उन्होंने शनिवार को आसियान रात्रिभोज के अंत में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस से भी मुलाकात की थी.
बाकी देशों से भी अहम बातचीत
जयशंकर ने थाईलैंड के अपने समकक्ष डोन प्रमुदविनई के साथ भी बातचीत की. उन्होंने कहा, थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री डोन प्रमुदविनई के साथ मुलाकात हमेशा अच्छी होती है. हमारी साझा क्षेत्रीय चिंताओं और आसियान के साथ मजबूत साझेदारी पर चर्चा की.
उन्होंने कहा, आसियान रात्रिभोज में कनाडा की सहयोगियों- व्यापार मंत्री मैरी एनजी और विदेश मंत्री मिलेन जॉली से मुलाकात की. आतंकवाद और कट्टरपंथ का विरोध करते हुए अधिक से अधिक व्यापार और रणनीतिक सहयोग पर सहमति जतायी. जयशंकर ने शनिवार को कनाडा, इंडोनेशिया और सिंगापुर के अपने समकक्षों के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की थी.
शनिवार को भी चला मुलाकातों का दौर
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कंबोडिया की राजधानी में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से इतर कनाडा, इंडोनेशिया और सिंगापुर के अपने समकक्षों के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की. जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ यात्रा पर हैं, जो यहां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं.
विदेश मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के मौके पर कनाडा की विदेश मंत्री मिलेन जॉली से मिलकर अच्छा लगा. यूक्रेन संघर्ष, हिंद-प्रशांत, द्विपक्षीय सहयोग और सामुदायिक कल्याण पर चर्चा की. वीजा चुनौतियों से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की सराहना की.
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