नई दिल्ली: भारत के स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर प्रचंड का पहला स्क्वाड्रन असम के मिसामारी एयर बेस पर बनाया जा रहा है. यहां से प्रचंड हेलीकॉप्टर को चंद ही मिनटों में एलएसी पर डेप्लॉय किया जा सकता है. भारतीय सेना इसी महीने भारत के पहले स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर एलसीएच का पहला स्क्वाड्रन यहां रेज़ करेगी.
LAC पर प्रचंड हेलीकॉप्टर की तैनाती भारतीय सेना की मजबूती को और बढ़ाएगी. इसकी सबसे बड़ी खासियत यही है कि ये हेलीकॉप्टर बाकी तमाम हेलीकॉप्टर की तुलना में बेहद हल्का, मजबूत और दुश्मन पर तेज गति से हमला करने वाला है. LCH प्रचंड अरुणाचल प्रदेश की संकरी घाटियों में आराम से उड़ान भरने में भी सक्षम है.
LAC पर भारत और चीन में बढ़ती खींचतान के बीच भारतीय सेना अरुणाचल प्रदेश में अपने पहले एविएशन ब्रिगेड को अपग्रेड कर रही है. LCH प्रचंड की तैनाती से भारतीय सेना को पूर्वोत्तर सीमा पर और ज्यादा मजबूती मिलेगी. भारतीय सेना की इस एविएशन ब्रिगेड में ALH हेलीकॉप्टर रुद्र, अनमैंड एरियल व्हीकल और कई तरह के अत्यधिक सर्वेलेन्स मशीन मौजूद हैं.
अब प्रचंड की तैनाती भारतीय सेना को इस लोकेशन पर और मजबूती देगी. रणनीतिक तौर पर मिसामारी एयर बेस पर प्रचंड के पहले स्क्वाडर्न से पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं की पहरेदारी होगी और ड्रैगन की हर चाल पर आसानी से नज़र रखी जा सकेगी.
‘प्रचंड’ हेलीकॉप्टर की खासियत
इंडक्शन में शामिल हो सकते हैं राजनाथ सिंह
सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 15 नवंबर को मिसामारी में LCH प्रचंड को औपचारिक रूप से भारतीय सेना में इंडक्ट कराएंगे और इसी के साथ एलसीएच के पहले स्क्वाडर्न की भी शुरुआत हो जाएगी. इससे पहले, 3 अक्टूबर को जोधपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रचंड को भारतीय वायुसेना में शामिल कराया था.
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