भोपाल। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने 9 नवंबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 की तैयारी के संबंध में 4 नंवबर को बैठक की। इसमें सभी संभागायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण के कार्य में प्रदेश के सभी 64100 मतदान केंद्र पर पूरे एक माह बीएलओ मौजूद रहेंगे।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य के लिए प्रदेश के 10 संभाग में 15 पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। इसमें संभागीय कमिश्नर के अलावा 5 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। पर्यवेक्षक बने संभागीय आयुक्त और वरिष्ठ अधिकारियों को कम से कम तीन बार फील्ड पर जाकर निरीक्षण करना होगा। संभागीय आयुक्त के अलावा आयुक्त सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण तथा आयुक्त सह संचालक भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं होम्योपैथी ई. रमेश कुमार, राज्य खाद्य आयोग के सदस्य सचिव शोभित जैन, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश पॉवर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, जबलपुर एवं पदेन सचिव ऊर्जा विभाग तथा पदेन सचिव नवीन एवं नवकरणीकरण ऊर्जा विभाग विवेक कुमार पोरवाल, आयुक्त वाणिज्यिक कर इंदौर, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश वित्त निगम इंदौर लोकेश कुमार जाटव और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मध्यप्रदेश सचिव धनंजय सिंह भदौरिया को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
महिला मतदाताओं को जोड़ें
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि कई मतदान केंद्र ऐसे हैं जहाँ पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या काफी कम है, उन जगहों पर महिला मतदाताओं का नाम सूची में जोडऩे का कार्य किया जाए। जिन जिलों में मतदाता जनसंख्या अनुपात कम है वहाँ मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य पर विशेष ध्यान दिया जाए। सीईओ राजन ने प्रदेश के ऐसे मतदान केंद्र जहाँ पर 18-19 साल के युवा मतदाताओं के नाम पर्याप्त संख्या में नहीं जुड़े हैं, उन जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों से चर्चा कर युवा मतदाताओं का नाम जोडऩे के विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved