नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi CM) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए (Addressing A Press Conference) कहा कि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए (To Check Pollution) केंद्र को आगे बढ़कर नेतृत्व करना होगा (Center has to Lead from the Front) । केंद्र सरकार अब पीछे नहीं रह सकती (Central Government can No Longer Lag Behind) । राजस्थान के भिवंडी से लेकर बिहार के बेतिया और मोतिहारी तक वायु गुणवत्ता की स्थिति बिगड़ रही है। यह पूरे उत्तर भारत में एक समस्या है। इससे निपटने के लिए हमें एक साथ बैठकर समाधान खोजने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल बढ़ते वायु प्रदूषण पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके कई पहलू हैं और यह पूरे उत्तर भारत की समस्या है। केजरीवाल ने कहा, दिल्ली से लेकर दादरी, जींद, मानेसर, फरीदाबाद तक हर जगह प्रदूषण की गंभीर समस्या हैं। इसके लिए आम आदमी पार्टी ही जिम्मेदार नहीं है। एक राज्य की हवा केवल एक राज्य में नहीं रहती है। केंद्र को इस पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।
केजरीवाल ने आगे कहा, हम मानते हैं कि पंजाब में पराली जलाई जा रही है जिसके लिए किसान जिम्मेदार नहीं हैं। इसके बजाय, हम और हमारी सरकारें हैं। पंजाब में हमारी सरकार सिर्फ छह महीने पुरानी है, जो कि बहुत कम समय है। हमने बहुत काम किया है, कुछ कदम सफल हुए हैं, कुछ नहीं भी हो सकते हैं। अगले साल तक, पराली जलाना कम हो जाएगा। लेकिन हम दोषारोपण के खेल में नहीं पड़ना चाहते, इसके लिए हम जिम्मेदार हैं।
किसान खुद पराली नहीं जलाना चाहते। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि धान और गेहूं की फसल में सिर्फ दस से बारह दिन का अंतर होता है, ऐसे में उनके पास पराली जलाना ही एक मात्र विकल्प है। हम अगले साल नवंबर तक इसका समाधान कर सकते हैं। जिम्मेदारी लेते हुए हमने पराली जलाने से रोकने के लिए काफी प्रयास किए हैं, लेकिन यह हमारी एकमात्र जिम्मेदारी नहीं है। सीएम मान ने कहा, केंद्र और राज्य सरकार को एक साथ बैठना चाहिए। पंजाब का सीएम होने के नाते मैं भी आश्वासन देता हूं और जिम्मेदारी भी लेता हूं।
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