कानपुर । प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर (Uttar Pradesh Gangster) विकास दुबे (Vikas Dubey) और उसके सहयोगियों (His Associates) की दस करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति (Assets Worth Over Rs. 10 Crore) कुर्क की (Attaches) । कानपुर और लखनऊ में स्थित 28 अचल संपत्तियों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया गया है।
ईडी के प्रवक्ता ने कहा, “तथ्य, सबूत और रिकॉर्ड से साबित होता है कि विकास दुबे और उसके सहयोगी मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल थे और उन्होंने अचल संपत्तियों में अपराध की आय का निवेश किया है।”ईडी के एक प्रवक्ता ने कहा “कुल 10.12 करोड़ रुपये की यह संपत्ति विकास दुबे उसके परिवार के सदस्यों, सहयोगी जयकांत वाजपेयी और उसके परिवार के सदस्यों और दुबे के अन्य सहयोगियों के नाम पर है और विकास दुबे की आपराधिक गतिविधियों द्वारा हासिल की गई है ।” ईडी ने कहा कि दुबे अपने सहयोगियों के साथ संगठित अपराध, भू माफिया, भ्रष्टाचार और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए धन के गबन जैसे विभिन्न अपराधों में शामिल था।
2 साल पहले कानपुर के बिकरू में 2 जुलाई 2020 को गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने उसे गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर गोलियां बरसाई थीं। इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। इनमें डीएसपी भी शामिल थे। जबकि कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। यूपी पुलिस ने इस वारदात के 8 दिन बाद विकास दुबे समेत 6 आरोपियों को मार गिराया था।
इससे पहले उत्तर प्रदेश प्रशासन भी विकास दुबे गैंग से जुड़े मामले में कई प्रॉपर्टी जब्त कर चुका है। 9 मई 2022 को विकास दुबे के सहयोगियों और रिश्तेदारों की 23 संपत्तियों को जब्त किया गया था। तकरीबन 67 करोड़ की इन संपत्तियों पर कानपुर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी।
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