इंदौर। मंत्री तुलसी सिलावट के विधानसभा क्षेत्र सांवेर के सिलोटिया गांव के नाले को पार करते समय घबराहट से मौत के मामले में कांग्रेसियों ने एक भूमाफिया के खेत के पास स्टापडेम बनाने का आरोप लगाया है। मंत्री सहायता का मरहम लगाकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। कांग्रेसियों का कहना है कि सांवेर को विकास में आगे बताने वाले मंत्री अपनी ही विधानसभा में खाचरोद और सिमरोल जैसे गांव में पुल नहीं बनवा सके, जहां पिछले दिनों दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
पिछले दिनों सांवेर क्षेत्र के सिलोटिया में रस्सी पुल के सहारे नाले को पार करने के चक्कर में एक किसान की मौत हो गई थी। यहां नाले पर रस्सी बंधी हुई है, जहां लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नाला पार करते हैं। इस मामले में आसपास के गांव के लोग पहले ही पुल बनाने की मांग कर चुके हैं। किसानों का कहना है कि अगर यहां पुल या फिर छोटी पुलिया बना दी जाती तो किसान की मौत नहीं होती। पूर्व जनपद सदस्य हंसराज मंडलोई ने आरोप लगाया कि यहां पास ही में भूमाफिया सुरेन्द्र संघवी की जमीन है। उसी को फायदा पहुंचाने के लिए शिप्रा नदी पर सवा चार करोड़ रुपए खर्च करके स्टॉपडेम बना दिया गया, जिससे नाले में पानी भरा रहता है और किसानों को नाला पार करने में परेशानी होती है। यही हाल इसी क्षेत्र के सिमरोल और खाचरोद गांव के हैं। सिमरोल में जुगाड़ की नाव से नदी पार की जाती है तो खाचरोद में लोगों को तैरकर खान नदी पार करना पड़ती है। पिछले साल यहां भी हादसे हो चुके हैं। सिलावट को इस पर इस्तीफा देना चाहिए।
मंत्री ने कहा-तय करेंगे पुल बनाएं या पुलिया मृत किसान को 4 लाख की सहायता
इंदौर। इस मामले में मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि वे शहर से बाहर हैं। उन्हें किसान की मौत के बारे में सूचना मिली है। वे इंदौर आकर वहां का निरीक्षण करेंगे। मृत किसान के परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता सरकार से संबल योजना के माध्यम से दिलाई जाएगी। अगर उस जगह पुल बनाने की आवश्यकता हुई तो पुल बनाएंगे या छोटी पुलिया बनवाएंगे, जिससे ग्रामीणों को परेशानी न हो। बाकी आरोप गलत है। सभी काम ग्रामीणों की मांग पर ही करवाए गए हैं।
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