टीकमगढ़। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले (Tikamgarh district of Madhya Pradesh) की केशवगढ़ पंचायत के जतारा (Jatara of Keshavgarh Panchayat) में भंडारे के बाद करीब 56 लोगों को डायरिया हो गया। इसमें से दो बच्चियों की मौत हो गई है और नौ लोगों की हालात गंभीर होने की वजह से उन्हें सामुदायिक अस्पताल (community hospital) में भर्ती कराया गया है। गांव में दो दिन से लोगों की हालत खराब है।
बच्ची की मौत होने पर प्रशासन हरकत में आया। गांव में शिविर लगाकर लोगों का उपचार किया जा रहा है, जितने भी लोग बीमार हुए सभी ने एक ही जगह भंडारे में खाना खाया था। उल्टी-दस्त के कारण नौ महीने की जयंती और 10 साल की प्रियंका पिता मगन अहिरवार की मौत हो गई है।
बीते 1 नवंबर को गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही डॉ. अंकित साहू, डॉ. प्रवीण अहिरवार और डॉ. वीरेंद्र अहिरवार को टीम के साथ मौके पर भेजा गया था। इसके बाद उन्होंने उसी वक्त कैंप लगाकर मरीजों का इलाज किया। बीएमओ ने अपने जांच की जांच में सामने आया कि हाल ही में दो बच्चियों की मौत डायरिया के कारण ही हुई। पंचायत सरपंच प्रतिनिधि पुष्पेंद्र जैन ने बताया, पंचायत भवन में कैंप लगाकर ग्रामीणों का इलाज जारी है। इसके अलावा गंभीर मरीजों का स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर जांच भी कर रही है।
30 अक्टूबर को गांव के मंदिर में भंडारे का आयोजन हुआ था। इसमें करीब 600 लोगों ने खाना खाया। 31 अक्टूबर को गांव के ज्यादातर लोगों को उल्टी दस्त हो गए। इसमें नौ माह की जयंती पुत्री कमल साहू की मौत हो गई। बीमार लोगों ने पृथ्वीपुर स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज कराया। 1 नवंबर को प्रियंका अहिरवार (10) की मौत होने के बाद गांव वालों ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी। इसके बाद गांव में तीन डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है।
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