बीजिंग। चीन ने अपने स्पेस स्टेशन के आखिरी लैब मॉड्यूल मेंग्शन का सोमवार को प्रक्षेपण किया। लॉन्ग मार्च-5बीवाई-4 रॉकेट के जरिये दक्षिणी द्वीपीय प्रांत हैनान के तटीय क्षेत्र पर स्थित वेनचांग लॉन्चिंग स्टेशन अंतरिक्ष में भेजे गए इस मॉड्यूल के स्पेस स्टेशन तियांगोंग से जुड़ते ही चीन की अंतरिक्ष स्थित प्रयोगशाला पूरी तरह तैयार हो जाएगी।
चीन के स्पेस स्टेशन को संचालन के लिए तैयार करने के लिए अब दो और मिशन भेजे जाने हैं। नवंबर में स्वचालित कार्गो शिप भेजा जाएगा। दिसंबर में स्टेशन पर लंबे समय तक रहने के लिए शेनझोउ-15 को तीन अंतरिक्ष यात्रियों के साथ भेजा जाएगा। चीन के एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन के मुताबिक इस साल स्पेस स्टेशन का निर्माण पूरा होने के बाद चीन एकमात्र ऐसा देश होगा जिसका अपना स्पेस स्टेशन होगा।
जुलाई में भेजा था पहला लैब मॉड्यूल
चीन ने इसी साल जुलाई के अंतिम सप्ताह की शुरुआत में अपने निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन का पहला लैब मॉड्यूल सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। चीन मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, लॉन्ग मार्च-5बी Y3 वाहक रॉकेट, वेंटियन को ले जा रहा था, जो दक्षिणी द्वीप प्रांत हैनान के तट पर वेनचांग अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित हुआ।
नया मॉड्यूल कोर मॉड्यूल के बैकअप के रूप में और बनाए जा रहे तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन में एक शक्तिशाली वैज्ञानिक प्रयोग मंच के रूप में कार्य करेगा। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि चीन अपने अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण को पूरा करने के लिए सही ट्रैक पर चल रहा है। अब तीसरी मॉड्यूल अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद स्पेस स्टेशन का बनकर जल्द से जल्द पूरी तरह तैयार होना तय है।
चीन पूरी ताकत झोंक रहा
अंतरिक्ष में खुद का स्पेस स्टेशन स्थापित करने के लिए चीन पूरी ताकत झोंक रहा है। इसके लिए वह अंतरिक्ष में यात्री भी भेज रहा है। चीन ने जुलाई में तीन अंतरिक्ष यात्रियों को मिशन पर भेजा था। यह मिशन करीब छह महीने चलने वाला है। तीनों यात्री चीनी स्पेस स्टेशन तियांगोंग में निर्माण में भूमिका निभाएंगे। अंतरिक्ष यात्री चेन डोंग, लियू यांग और कै जुझे शेनझोउ-14 अंतरिक्ष यान के जरिए स्पेस में भेजे गए थे। इस स्पेश स्टेशन को नेशनल स्पेस लैबोरेटरी बनाई जाएगी।
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