उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन (Ujjain of Madhya Pradesh) के विश्व प्रसिद्ध महाकाल लोक (World famous Mahakal people) की वजह से इंदौर में भी होटलों की बुकिंग पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत बढ़ गई है। होटल संचालकों (hotel operators) ने टैरिफ भी बढ़ा दिए हैं। दिसंबर तक कई होटलों को बड़ी संख्या में प्री-बुकिंग (pre-booking) भी मिल चुकी है। इंदौर आने वाले यात्रियों में ज्यादातर महाकाल लोक को देखने आ रहे हैं।
पर्यटकों की संख्या ज्यादा होने के कारण टैक्सी कार के रेट भी बढ़ गई है। इन दिनों इंदौर से उज्जैन तक का किराया 3 हजार 200 से 3 हजार 500 रुपये तक लिया जा रहा है, जबकि महीने भर पहले तक ढाई हजार से तीन हजार तक टैक्सी कारें मिल जाती थी। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के उपसंचालक उमाकांत चौधरी ने अनुसार, इंदौर-उज्जैन सर्कल में टूरिस्ट होटल लगभग 80 प्रतिशत तक भरे हुए हैं। इंदौर के होटल-रिसोर्ट में 30 प्रतिशत बुकिंग बढ़ गई है। लालबाग पैलेस, कांच मंदिर, बड़ा गणपति में जाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ गई है। इनमें ज्यादातर बाहर के पर्यटक हैं।
इंदौर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सुरी बताते हैं कि कोरोना काल में होटल इंडस्ट्री को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन इस साल अच्छा बिजनेस मिल रहा है। उज्जैन महाकाल जाने वाले 60 प्रतिशत पर्यटक इंदौर में भी स्टे करते है। फिलहाल, महाराष्ट्र और गुजरात की तरफ से ज्यादा पर्यटक इंदौर आकर उज्जैन और ओंकारेश्वर जा रहे हैं।
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन के अनुसार, सितंबर से दिसंबर तक मध्यप्रदेश में पर्यटक वैसे ही ज्यादा आते हैं। महाकाल लोक का आकर्षक भी अब पर्यटकों को खींच रहा है। दिल्ली और मुबंई से भी काफी पर्यटक इंदौर और उज्जैन आ रहे हैं। दोनों शहरों की फ्लाइटों में भी यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। सरकार को अब महाकाल लोक की लगातार ब्रांडिंग पर ध्यान देने की जरुरत है और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लगातार इंदौर टूरिज्म सर्किट में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाना होगी।
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