पर्थ: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच विकेट की हार में ‘चीजें अलग हो सकती थीं’ अगर एडेन मार्कराम का कैच लिया जाता या कुछ करीबी रन-आउट सफल होते. विराट कोहली ने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर डीप मिडविकेट पर उस वक्त मार्कराम का एक आसान-सा कैच छोड़ दिया, जब वे 35 के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
भुवनेश्वर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हां, अगर हम उन कैच को ले लेते, तो मैच का नतीजा अलग होता. मैच जीतने में कैच का अहम योगदान होता है. और उन मौकों को नहीं गंवाया जाता, तो मैच बन सकता था.’ हालांकि, भुवनेश्वर इस बात को स्वीकार करने से बचते नजर आए कि जब कैच छोड़ा गया, उस वक्त मैच का पलड़ा विरोधी खेमे की तरफ जा चुका था. लेकिन फिर भी तेज गेंदबाज के बयान से यह साफ हो रहा था कि टीम उस दिन फील्डिंग को लेकर खुश नहीं थी.
तेज गेंदबाज ने कहा, ‘वास्तव में नहीं, जिस कैच को हमने गिराया और जिन रन आउट के मौकों को भुनाने में हम चूक गए, मैं यह नहीं कहूंगा कि मैच का पाला बदल गया बदल गई है, लेकिन अगर हम नहीं चूकते, तो हालात अलग होते. मैं किसी विशेष स्थिति को दोष नहीं ठहरा सकता.’
तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी की घातक गेंदबाजी तथा एडेन मार्कराम और डेविड मिलर के अर्धशतकों की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने रविवार को पर्थ में टी20 विश्वकप के सुपर 12 के कम स्कोर वाले मैच में भारत को पांच विकेट से हराया. दक्षिण अफ्रीका ने 134 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए तीन विकेट 24 रन पर गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद मार्कराम (41 गेंदों पर 52 रन, छह चौके, एक छक्का) और मिलर (46 गेंदों पर नाबाद 59 रन, तीन चौके, तीन छक्के) ने चौथे विकेट के लिए 76 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी करके अपनी टीम का स्कोर 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 137 रन तक पहुंचाया.
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