भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर के बाद इंदौर
भोपाल। दिवाली (Diwali) पर जमकर पटाखे फोड़े गए। नतीजतन मप्र की फिजा खराब हो गई। सबसे ज्यादा प्रदूषित उज्जैन (Ujjain) हो गया, जहां एयर क्वालिटी (Air Quality) 267 तक पहुंच गई। वहीं जबलपुर (Jabalpur), इंदौर (Indore), ग्वालियर ( Gwalior) व भोपाल (Bhopal) में भी हवा का स्तर कमजोर कैटेगरी पर पहुंचा। एक्यूआई (AQI) का स्तर भोपाल में 255, ग्वालियर में 231,जबलपुर में 225, इंदौर में 210,कटनी में 224 व रतलाम में 236 रिकॉर्ड किया गया।
एनजीटी की कड़ाई के बावजूद मध्य प्रदेश में पटाखों को छोडऩे के लिए तय नियमों पालन नहीं हुआ। प्रदेश में वायु प्रदूषण अपने तय मानक से अधिक दर्ज किया गया। दीपावली के बाद मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल में दर्ज हुआ एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर बिगड़ा पाया गया। मध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों के सामने आए आंकड़ों में सबसे ज्यादा प्रदूषित उज्जैन शहर दर्ज किया गया, जहां एयर क्वालिटी का स्तर 267 तक पहुंच गया।
इतना ही नहीं मध्य प्रदेश के चार प्रमुख शहरों के हाल भी कोई अच्छे नहीं रहे। प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर उज्जैन था। यहां एक्यूआई का स्तर 267 था। जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और भोपाल में भी हवा का स्तर पूर कैटेगरी पर पहुंचा। एक्यूआई का स्तर भोपाल में 255, ग्वालियर में 231, जबलपुर में 225, इंदौर में 210, कटनी में 224 तथा रतलाम में 236 रिकॉर्ड किया गया।
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