उज्जैन। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित सुभाष स्वराज सरकार शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता के पुरस्कारों का समारोहपूर्वक वितरण किया गया। सर्वाधिक शोध पत्र आत्मनिर्भर भारत तथा सैन्य प्रशिक्षण की आवश्यकता को लेकर प्राप्त हुए।
माधव विज्ञान महाविद्यालय में गत दिवस प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरित किए गए। आयोजक भारतीय शिक्षण मंडल , युवा आयाम तथा रिसर्च फॉर रिसर्जंस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में इंदौर, उज्जैन समेत मालवा तथा निमाड़ के 15 जिलों के शोध पत्र लेखकों को पुरस्कृत किया गया। मंडल की मालवा प्रांत की अध्यक्ष डॉ. ज्योति उपाध्याय के अनुसार कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अरुणा सारस्वत उपाध्यक्ष भारतीय शिक्षण मंडल, अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. ब्रजेश पारे, विशेष अतिथि प्रो. अर्पण भारद्वाज उपस्थित थे। शोध पत्र के छह विषयों में आत्मनिर्भर भारत, सुभाष की दृष्टि में तथा अनिवार्य सैन्य प्रशिक्षण की आवश्यकता पर सर्वाधिक शोध पत्र प्रस्तुत हुए।
15 जिलों के स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी एवं ओपन समूह की चार श्रेणियों के शोधार्थियों ने शोध पत्र लिखकर निर्धारित समयावधि में प्रस्तुत किए। पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत 10 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्रों का वाचन मंच से किया। अतिथियों ने पुरस्कार स्वरूप नगद राशि एवं प्रमाण पत्र वितरित किए। प्रोफेसर हेमंत गहलोत, डॉ. सीमा मेड़ा ने भी संबोधित किया। संचालन डॉ. मनु गौराहा ने किया एवं आभार डॉ. सचिन राय ने माना। डॉ. देवेंद्र सारस्वत, डॉ. प्रदीप लाखेरे, डॉ. पालीवाल, डॉ. राजेश मीणा एवं प्राध्यापक सहित विद्यार्थी इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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