भोपाल। प्रदेश में बढ़ती आबादी का दबाव कम करने के लिए अब राज्य सरकार बड़े शहरों के नजदीक नए शहर बसाएगी। इसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने शुक्रवार को भोपाल-इंदौर जैसे बड़े शहरों के नजदीक नए शहर बसाने से सुनियोजित विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसकी शुरूआत प्रदेश के चार प्रमुख महानगरों से करने की योजना है। सरकार के इस प्रयोग से महानगरों का भू-क्षेत्र का दायरा बढ़ जाएगा। विभाग की उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की डबल इंजन की सरकार तेजी से विकास कर रही है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग राष्ट्रीय स्तर पर लगातार अवार्ड पा रहा है। उन्होंने कहा कि अब हमारा लक्ष्य अमृत मिशन -2.0 शुरू करेंगे। इसके लिए 12 हजार 858.71 करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है। अवैध डेयरी शहरी क्षेत्र से बाहर की जाएगी। अवैध कब्जाधारियों और माफियाओं से मुकत कराई गई 21 हजार एकड़ भूमि पर वृद्धाश्रम, स्कूल और गरीब वर्ग के लिए मकान बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देश भर में इन्वेस्टर्स को मध्य प्रदेश मेें निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे है, हमारा प्रयास होगा कि शहरी विकास में भी निवेशक आगे आए और निवेश करें। स्वच्छ भारत मिशन-2.0 के माध्यम से सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने तथा अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए आगामी पांच वर्षों में 4 हजार 913.74 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
पीएम आवास योजना में मप्र को 16 पुरस्कार
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना-2021 के लिए 150 दिवस का चैलेंज प्रारंभ किया था। सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्य में मध्य प्रदेश को द्वितीय पुरस्कार मिला। अच्छे प्रदर्शन की श्रेणी में नगर निगम देवास को द्वितीय, नगर पालिका गोहद को प्रथम और नगर परिषद जोबट को प्रथम पुरस्कार मिला है।
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