अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने आज यानी गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ ‘मिशन लाइफ’ (लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में लोगों को प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी समझने की अपील की और कहा कि यह मिशन लाइफ हमें पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति प्रेरित करता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत ‘प्रगति भी’ और ‘प्रकृति भी’ का उत्तम उदाहरण बन रहा है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘मिशन लाइफ’ हमें पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रेरित करता है. हम अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करके पर्यावरण को बचा सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह आयोजन हमारे राष्ट्रीय गौरव सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशाल प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सानिध्य में हो रहा है. क्लाइमेट चेंज के खिलाफ लाइफ में यूनिटी ही सबसे अहम फैक्टर है. गुजरात, भारत के उन राज्यों में से एक है, जिसने सबसे पहले नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में काम करना शुरू कर दिया था.
उन्होंने आगे कहा कि चाहे बात नहरों पर सोलर पैनल लगाने की हो या सूखाग्रस्त इलाकों में जलस्तर उठाने के लिए जल संरक्षण के अभियान हों, गुजरात हमेशा ट्रेंडसेटर रहा है. क्लाइमेट चेंज को लेकर ऐसी धारणा बना दी गई है जैसे यह सिर्फ पॉलिसी से जुड़ा विषय है. यह लाइफस्टाइल ऑफ द प्लैनेट, फॉर द प्लैनेट एंड बाय द प्लैनेट के मूल सिद्धांत पर चलता है. मिशन लाइफ हमें प्रेरित करता है कि हम सब अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में ऐसा बहुत कुछ कर सकते हैं, जिससे पर्यावरण की सुरक्षा हो. मिशन लाइफ मानता है कि अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करके पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है. मिशन लाइफ इस धरती की सुरक्षा केलिए जन-न की शक्तियों को जोड़ता है और उनका बेहतर इस्तेमाल करना सिखाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे ग्लेशियर पिघल रहे हैं, समुद्रों का जलस्तर बढ़ रहा है, हमारी नदियां सूख रही हैं, मौसम अनिश्चित हो रहे हैं. यह बदलाव लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन को सिर्फ नीति के भरोसे नहीं छोड़ सकते. लोग महसूस कर रहे हैं कि उनकी इस धरती के लिए ज़िम्मेदारी है. इस मिशन का उद्देश्य त्रिस्तरीय रणनीति को लागू करके जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करना है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमने एलईडी बल्ब की योजना शुरू की और देश का प्राइवेट सेक्टर भी इसमें भागीदार बना. भारत में आए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को जानकर हैरानी होगी कि कुछ ही समय में भारत के लोगों ने 160 करोड़ से ज़्यादा एलईडी बल्ब घरों में लगाए जिसकी वजह से 100 मीलियन टन से अधिक का CO2 उत्सर्जन कम किया. मिशन लाइफ P3 की अवधारणा को मजबूत करेगा. P3 यानी ‘प्रो प्लेनेट पीपल’. आज हम ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जहां इस बात की चर्चा रहती है कि कौन किस देश या गुट के साथ या ख़िलाफ़ है. लेकिन मिशन लाइ ‘प्रो प्लेनेट पीपल’ के तहत जोड़ता है और विचार से समाहित कर एक कर देता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात महात्मा गांधी की जन्मस्थली है. वो उन विचारकों में से एक थे, जो बहुत पहले पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर जीवन जीने का महत्व समझ गए थे. उन्होंने ट्रस्टीशिप की अवधारणा विकसित की. मिशन लाइफ हम सबको पर्यावरण का ट्रस्टी बनाता है. भारत क्लाइमेट चेंज जैसी वैश्विस समस्या के लिए सबसे आगे आकर काम कर रहा है. आज भारत प्रगति भी और प्रकृति भी का उत्तम उदाहरण है. आज भारत विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था भी बना है और हमारा वन क्षेत्र भी बढ़ा है और वन्य जीवों की संख्या में वृद्धि भी हो रही है.
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