लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का दो दिन पहले यानी 11 अक्टूबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ सैफई में अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए तमाम सपा नेताओं समेत कई राजनीतिक दिग्गज भी पहुंचे थे. धरतीपुत्र यानी मुलायम के पार्थिव शरीर को सफाई के मेला मैदान में उनके बेटे और सपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुखाग्नि दी. लेकिन इससे पहले भावुक हुए अखिलेश ने पिता के सिर पर सपा की पारंपरिक लाल टोपी रखी थी. इसके बाद दिवंगत नेताजी की अस्थियां एकत्र की और अखिलेश परिवार के साथ शुद्धिकरण हवन में शामिल हुए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबकि, खास बात यह है कि अपने पैतृक गांव सैफई के रीति-रिवाजों के अनुसार, समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के बाद की रस्मों में तेरहवीं संस्कार को शामिल नहीं किया जाएगा. दिवाली के एक दिन पहले यानी 23 अक्टूबर को शांति हवन किया जाएगा. आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को 82 साल की आयु में गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था.
सैफई में मुलायम को श्रद्धांजलि देने वालों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सीताराम येचुरी शामिल थे. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, अभिनेता और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे. वहीं, यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक अखिलेश यादव के प्रति संवेदना व्यक्त करते नजर आए.
आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव तीन बार (1989-91, 1993-95 और 2003-07) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. उन्होंने साल 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की. वह 10 बार विधायक ज्यादातर मैनपुरी से और आजमगढ़ से सात बार सांसद चुने गए. वहीं, साल 1996 से 1998 में मुलायम रक्षा मंत्री रहे. पार्टी 2012 में चौथी बार राज्य सरकार बनाने की स्थिति में थी, लेकिन मुलायम ने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने के लिए एक तरफ कदम बढ़ाया. पार्टी और परिवार में कलह के कारण साल 2017 में अखिलेश यादव ने तख्तापलट किया.
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