इंदौर। रियायती दर पर होने वाली सीटी स्कैन (City Scan), एमआरआई (MRI) के लिए अब मरीजों (Patients) को लंबा इंतजार करना होगा। 1 अक्टूबर से बंद हो चुके डायग्नोस्टिक सेंटर (Diagnostic Centre) के बाद वैकल्पिक व्यवस्था में 3 से 4 दिन और लगेंगे। नोटिस ( Notice) देने के बावजूद भी किराया नहीं भरने के बाद से ही विवाद चल रहा था, जिसके बाद आयुष्मान (Ayushman) और बीपीएलधारियों (BPL holders) की जांच वेंडर ने बन्द कर दी थी।
एमवाय हॉस्पिटल ( MY Hospital) में गरीबों के लिए शुरू की गई सस्ती दरों की योजना खटाई में पड़ गई है। एमआरआई, सीटी स्कैन जैसी महंगी जांचों के लिए अब मरीजों को और तीन-चार दिन इंतजार करना होगा। हालांकि पिछले डेढ़ महीने से मरीजों को धक्के ही मिल रहे हैं। सरकार द्वारा अधिकृत किए गए वेंडर कृष्णा डायग्नोस्टिक द्वारा परिसर का किराया नहीं भरने और मनमानी करने के कारण कई बार नोटिस जारी किए गए थे, जिसके बाद नोटिस के जवाब में संबंधित वेंडर ने आयुष्मान और बीपीएल कार्डधारियों की जांच करना बंद कर दी थी। कई नोटिस देने के बावजूद भी कोई सुधार नहीं हुआ तो वेंडर पर करवाई करते हुए कृष्णा डायग्नोस्टिक का टेंडर निरस्त कर दिया गया है। ज्ञात हो कि महंगी जांचों को गरीब तबके के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने इस तरह की योजना शुरू की, जिसके तहत एमवाय अस्पताल परिसर में शुरू की गई कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर पर बीपीएल कार्डधारियों की जांच निशुल्क की जा रही थी, वहीं एपीएल कार्ड वालों के लिए 933 रुपए में सीटी स्कैन उपलब्ध कराया गया था।
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