नई दिल्ली: गौतम अडानी कर्ज में डूबे जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड का सीमेंट यूनिट खरीदने का सौदा जल्द ही करने जा रहे हैं, इसको लेकर अभी बातचीत चल रही है. इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि पोर्ट-टू-पावर समूह सीमेंट पीसने वाली इकाई और अन्य छोटी संपत्तियों के लिए लगभग करीब 5 हजार करोड़ रुपए में सौदा कर सकते हैं, इसके साथ ही बताया कि हाल ही में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति द्वारा अधिग्रहित सीमेंट इकाइयों में से एक को अधिग्रहण किया जाएगा.
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में एक घोषणा होने की उम्मीद थी. लोगों ने कहा कि चर्चा आगे बढ़ रही है, फिर भी उन्हें देरी हो सकती है. यह सौदा सीमेंट क्षेत्र में अडानी समूह के अचानक प्रभुत्व को मजबूत करने में मदद करेगा, जो मई में स्विट्जरलैंड की होल्सिम लिमिटेड से अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड को खरीदने के बाद शुरू हुआ, जो एक स्थापित उत्पादन क्षमता सालाना 67.5 मिलियन टन के साथ लगभग रातोंरात भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया.
अडानी समूह के प्रतिनिधियों ने फिलहाल टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. जयप्रकाश एसोसिएट्स के प्रतिनिधि टिप्पणी के लिए तत्काल उपलब्ध नहीं थे. सीमेंट पीसने की सुविधा की क्षमता 2 मिलियन टन प्रति वर्ष है. यह मध्य भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के निगरी में अक्टूबर, 2014 में काम करना शुरू कर दिया था.
सीमेंट कारोबार बेचने का किया फैसला
सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, जयप्रकाश एसोसिएट्स के बोर्ड ने कम कर्ज में मदद करने के लिए कंपनी के महत्वपूर्ण सीमेंट कारोबार को बेचने का फैसला किया है, वहीं जयप्रकाश पावर वेंचर्स ने कहा कि उसका बोर्ड किसी भी संभावित खरीदार के नाम के साथ, निगरी सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट के साथ-साथ अन्य गैर-प्रमुख संपत्तियों को बेचने पर विचार कर रहा है. इसको लेकर अभी पूरी तरह से फैसला नहीं किया गया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved