छोटा बांगड़दा और टिगरिया बादशाह तालाब संवारने का काम नवंबर से शुरू होगा
निगम ने विभिन्न शर्तों के साथ दी अनुमति
इन्दौर। चेन्नई (Chennai) की एक बड़ी कम्पनी इंदौर (Indore) में छोटा बांगड़दा (Chhota Bangarda) और टिगरिया बादशाह (Tigria Badshah) के तालाब (Talab) को संवारने का काम नवंबर (November) में शुरू करने जा रही है। इसके तहत पहले दौर में तालाब का गहरीकरण, पौधारोपण और पाल बनाने के कार्य किए जाएंगे। कुछ दिनों पहले ही कंपनी ने अपने खर्चें से तालाब को संवारने के लिए निगम (Corporation) से अनुमति मांगी थी।
इंदौर में 27 से ज्यादा छोटे-बड़े तालाब हैं और इनमें से अधिकांश को संवारने का काम नगर निगम की टीमों द्वाराा किया जाता है, वहीं कई तालाबों को संवारने का काम अभी शेष है, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों के कई तालाब भी शामिल हैं। जल संरक्षण अभियान के तहत पिछले कुछ दिनों से निगम द्वारा शहर के प्राचीन कुएं, बावड़ी, तालाबों की मरम्मत और उन्हें संवारने के काम शुरू किए गए थे, इसके लिए केंद्र सरकार से भी निगम को राशि मिलती रही है। पंचकुइया से लेकर पुराने इंदौर की कई बावडिय़ां और कुओं को संवारने का काम अभी भी जारी है।
ईएफआई को गोद दिए दो तालाब जल्द शुरू होगा काम
नगर निगम अधिकारी रोहित बोयत के मुताबिक ईएफआई (इन्वायरमेंटल फाउंडेशन आफ इंडिया चेन्नई) ने पिछले दिनों शहर के दो तालाब छोटा बांगड़दा और टिगरिया बादशाह तालाब को गोद लिए जाने के लिए पत्र लिखा था। इस पर निगम के अधिकारियों ने अपनी स्वीकृति देते हुए तमाम शर्तों के साथ काम करने की अनुुमति दी है। कंपनी वहां निगम से किसी प्रकार का शुल्क लिए बगैर तमाम कार्य करेगी। इन तालाबों का गहरीकरण, आसपास के हिस्सों में पौधारोपण, पाल की मरम्मत के कार्य, तालाब की जमीन पर फैंसिंग और संवारने संबंधी अन्य कार्य होंगे।
19 हेक्टेयर में फैला है टिगरिया बादशाह का तालाब
अधिकारियों के मुताबिक टिगरिया बादशाह तालाब 19 हेक्टेयर में फैला हुआ है और वहां निगम द्वारा कुछ कार्य कराए जाने थे, लेकिन उससे पहले ही चेन्नई की संस्था ने वहां कार्य कराने की इच्छा जताई। इसी प्रकार छोटा बांगड़दा का तालाब पांच हेक्टेयर क्षेत्र का है और वहां भी कई कार्य होना हैं।
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