प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण करने के बाद जनता के लिए खोलेंगे कॉरिडोर, मेला लगा रहेगा कई दिनों तक,मंदिर की दर्शन व्यवस्था भी बदलेगी
इंदौरियों का ही जमावड़ा सबसे ज्यादा रहेगा
इंदौर, राजेश ज्वेल। 50 एकड़ (50 acres) से भी अधिक बड़े क्षेत्र में जो महाकाल लोक सृजित किया गया है, वह अकल्पनीय, अद्भुत, अलौकिक और भव्यतम है। 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस कॉरिडोर का लोकार्पण कर रहे हैं और उसके बाद इसे जनता के लिए भी खोल दिया जाएगा। 350 करोड़ रुपए से अधिक की राशि अभी तक इस कॉरिडोर (corridor) पर खर्च की जा चुकी है और अभी 400 करोड़ रुपए और खर्च होना है और 190 विशालकाय शिवलीला से जुड़ी प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। पूरे देश को लुभाएगा यह कॉरिडोर (corridor) जिससे पर्यटन भी बढ़ जाएगा।
आकर्षक रोशनी में पूरा कॉरिडोर अत्यंत ही खूबसूरत नजर आता है। उज्जैन से ज्यादा इंदौरियों की भीड़ इस महाकाल लोक को निहारने पहुंचेगी और अगले कई दिनों तक यहां मेला लगा रहेगा। महाकाल मंदिर की वर्तमान दर्शन व्यवस्था भी पूरी तरह से बदल जाएगी। कॉरिडोर में से ही मंदिर में प्रवेश का नया रास्ता और दर्शनार्थी जल्द से जल्द बाबा के दर्शन कर सकें उसकी व्यवस्था की जाएगी। बनारस के काशी विश्वनाथ की तर्ज पर भले ही महाकाल कॉरिडोर को बनाया गया हो, मगर ये उससे 4 से 5 गुना अधिक बड़ा और भव्य है, जिसका शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता। 750 करोड़ रुपए की लागत से इस पूरे कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिसके पहले चरण में 350 करोड़ रुपए की राशि अब तक खर्च की जा चुकी है। अभी एक साल का समय और लगेगा इस पूरे प्रोजेक्ट को पूर्ण होने में। लगभग 750 करोड़ रुपए तक की राशि खर्च होगी। 50 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में रुद्रसागर के चारों तरफ विकसित किए गए इस कॉरिडोर से ही महाकाल मंदिर में प्रवेश मिलेगा और 190 भगवान शिव के अलग-अलग रुपों के दर्शन भी होंगे। शिव की तमाम लीलाओं और अन्य प्रसंगों को विशालकाय प्रतिमाओं के माध्यम से दर्शित किया गया है। अभी 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा इसका लोकार्पण किया जाएगा। उसके एक या दो दिन पश्चात आम जनता के लिए इस कॉरिडोर को खोल दिया जाएगा। महाकाल लोक इस कॉरिडोर का नाम रखा है, जो पूरे देश में अपनी अलग छाप छोड़ेगा और लाखों दर्शनार्थी-पर्यटक इस कॉरिडोर को निहारने उज्जैन पहुंचेंगे। इस तरह की संरचना देश के किसी भी धार्मिक स्थल या शहर में फिलहाल मौजूद नहीं है। इंदौर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए तो जाते ही हैं, वहीं अब इस कॉरिडोर में भी सबसे अधिक जमावड़ा इंदौरियों का ही रहेगा। आने वाले कई दिनों तक तो यहां मेला लगा रहेगा और संभव है कि पांव रखने की भी जगह नहीं मिले, क्योंकि इतनी तादाद में भीड़ उमड़ेगी। सोशल मीडिया पर चूंकि इस कॉरिडोर से संबंधित वीडियो-फोटो जमकर वायरल हो रहे हैं, लिहाजा सभी को उत्सुकता है इस कॉरिडोर की भव्यता और सुंदरता को निहारने की। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह इस कॉरिडोर की जानकारी देते हुए बताते हैं कि आने वाले एक साल में यह प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाएगा और इंदौर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी चौड़ी सडक़ और विशाल पार्किंग व्यवस्था की जा रही है। बुजुर्ग-बच्चों के लिए ई-रिक्शा की सुविधा कॉरिडोर के अंदर रहेगी।
30 करोड़ का लाइट एंड साउंड शो भी जल्द होगा शुरू
इस कॉरिडोर में जहां देश का पहला नाइट गार्डन बनाया जा रहा है, वहीं 4 लाख से अधिक पेड़ ग्रीन कॉरिडोर में लगेंगे। सडक़ों की चौड़ाई 70 मीटर तक रहेगी, ताकि श्रद्धालुओं को आने-जाने में परेशानी ना हो। कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक 30 करोड़ रुपए की लागत से लाइट एंड साउंड लेजर शो की भी जल्द शुरुआत महाकाल लोक कॉरिडोर में की जाएगी। इस तरह का शो फिलहाल देशभर में कहीं नहीं है। यह सबसे अत्याधुनिक और भव्य शो रहेगा। इसकी शुरुआत के बाद भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना इजाफा हो जाएगा। फुल, प्रसाद व अन्य जरूरी सामानों की दुकानें भी कॉरिडोर के अंदर रहेगी, उसकी भी व्यवस्था की गई है। एक फेसिलिटी सेंटर भी बनाया जा रहा है। वहीं रेस्टोरेंट, वेटिंग रूम सहित अन्य सुविधाएं भी रहेंगी।
उज्जैन की इकोनॉमी बदलेगी, इंदौर को भी तगड़ा लाभ
अभी तक उज्जैन का विकास सिर्फ सिंहस्थ के दौरान ही होता है और इंदौर से नजदीक होने के कारण भी उसका विकास अवरूद्ध ही रहा। मगर अब महाकाल लोक कॉरिडोर उज्जैन की इकोनॉमी को भी बदलकर रख देगा, क्योंकि देश-दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु-पर्यटक इसे देखने पहुंचेंगे। हालांकि बाबा महाकाल के दर्शन करने भी बड़ी संख्या में लोग उज्जैन आते ही हैं। मगर इस कॉरिडोर के कारण होटल, पर्यटन से लेकर उससे जुड़ी तमाम सेवाओं में कई गुना इजाफा होगा और इसका तगड़ा लाभ इंदौर को भी मिलेगा, क्योंकि देश-विदेश से आने वाले लोग इंदौर एयरपोर्ट से ही उज्जैन जाएंगे। वहीं आसपास के लोगों का भी निरंतर जमावड़ा रहेगा। आने वाले पांच सालों में इंदौर-उज्जैन एक ही हो जाएंगे।
25 हजार छोटे-बड़े मंदिरों में दीप जलेंगे, होगी रोशनी
11 अक्टूबर को महाकाल लोक के लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पूरे प्रदेश में दीपावली मनाने की बात कही है। घर-घर दीप जलेंगे और 25 हजार से अधिक छोटे-बड़े मंदिरों में दीपक जलाने, आकर्षक रोशनी करने की व्यवस्था की जा रही है। इंदौर में भी इसकी जोर-शोर से तैयारी चल रही है। उज्जैन में ही लगभग 80 स्थानों पर विशेष साज-सज्जा की जा रही है और दीपावली से पहले दीपावली जैसा माहौल नजर आएगा। महाकाल मंदिर में पूजा के बाद कॉरिडोर का अवलोकन और लोकार्पण मोदी जी करेंगे और फिर कार्तिक मेला ग्राउंड पर उनकी विशाल जनसभा भी आयोजित की गई है। नि:संदेह उज्जैन को मिली यह सौगात पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है।
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