इंदौर। लगातार 5 बार नम्बर वन आने के बाद अब छठवीं बार भी स्वच्छता में इंदौर नम्बर वन रहना लगभग तय हो चुका है। हालांकि इसकी विधिवत घोषणा एक अक्टूबर को की जाएगी, जब स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम ताल कटोरा स्टेडियम में घोषित होंगे। इस बार इंदौर को सेवन स्टार रैंकिंग मिलने की भी प्रबल संभावना है, तो निगमायुक्त प्रतिभा पाल आज स्वच्छ शहर संवाद के जरिए गीले कचरे से बायो सीएनजी बनाने के साथ 6 तरह के कचरे को इकट्ठा करने और उससे नगर निगम द्वारा जो 10 से 12 करोड़ रुपए की कमाई की जा रही है उसके गुर बताएगी। निगमायुक्त के कार्यकाल का यह दूसरा स्वच्छता में नम्बर वन का अवॉर्ड रहेगा। यानी बीते 6 सालों में हर आयुक्त के खाते में दो-दो अवॉर्ड आ जाएंगे। अब आज से तीन दिन तक दिल्ली के जरिए देशभर में इंदौर की स्वच्छता का डंका बजेगा।
1 अक्टूबर को स्वच्छता सर्वेक्षण के पुरस्कार को लेने सांसद, महापौर, संभागायुक्त, कलेक्टर सहित निगमायुक्त और अन्य अधिकारी दिल्ली रहेंगे, तो सफाई मित्र भी मौजूद होंगे और अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, अनूप गोयल सहित अन्य भी जाएंगे। दूसरी तरफ आयुक्त प्रतिभा पाल दिल्ली पहुंच गई हैं। आज 4 बजे वे 6 तरह के कचरे को एकत्रित करने और गीले कचरे से सीएनजी बनाने के अलावा नगर निगम ने स्वच्छता को लेकर जितने भी नवाचार किए हैं उनकी जानकारी देशभर से आने वाले प्रतिनिधियों को देगी। नगरीय निकायों के अलावा केन्द्र सरकार के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विश्व बैंक की टीम भी मौजूद रहेगी और 200 शहरों के नगरीय निकाय से जुड़े लोग इंदौर की स्वच्छता के मॉडल और उससे होने वाली कमाई के गुर जानेंगे। उल्लेखनीय है कि इंदौर देश का पहला ऐसा शहर है जो कल तक मुसीबत बने कूड़ों के ढेर से ना सिर्फ छुटकारा पा चुका है, बल्कि उससे करोड़ों रुपए की कमाई भी कर रहा है। सेग्रीगेशन में भी इंदौर निगम ने जमकर मेहनत की है और शहर के नागरिकों ने इसमें भरपूर सहयोग दिया, जिसके बलबूते पर अलग-अलग तरह का कचरा निगम के कचरा वाहनों को सौंपा जाता है।
हर घर-दुकान से निगम के कचरा वाहन सुबह और शाम कचरा एकत्रित करते हैं। अब अगले तीन दिन तक इंदौर की स्वच्छता का डंका देशभर में बजेगा। दिल्ली में 1 अक्टूबर को स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम घोषित होंगे, जिसमें इंदौर लगातार छठवीं बार नम्बर वन रहेगा, यह लगभग तय हो चुका है, जिसके चलते इंदौर निगम से जुड़े अधिकारियों-प्रतिनिधियों को दिल्ली बुलाया भी गया है। 900 टन से ज्यादा गीला और सूखा कचरा नगर निगम रोजाना शहर से बटोरता है। यह भी उल्लेखनीय है कि इंदौर को सफाई में नम्बर वन बनाने की शुरुआत वर्तमान कलेक्टर मनीष सिंह ने निगमायुक्त रहते हुए की।
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