पिट्सबर्ग: मेक्सिको (Mexico) ने रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine war) रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र को एक समिति गठित (committee constituted) करने का प्रस्ताव दिया है. समिति में रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच स्थायी शांति की मध्यस्थता के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), पोप फ्रांसिस और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को शामिल करने का प्रस्ताव है. प्रस्ताव न्यूयॉर्क में यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की डिबेट में रखा गया. प्रस्ताव मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो लुइस एब्रार्ड कैसाबोन ने रखा.
PTI के अनुसार उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन की 22वीं बैठक से इतर पुतिन से मुलाकात करने वाले मोदी ने रूसी नेता से कहा था, “आज का युग युद्ध का नहीं है.” भारतीय प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी का संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम सहित पश्चिमी देशों ने स्वागत किया था.
कैसाबोन ने UN में प्रस्ताव रखते हुए कहा कि अपने शांतिवादी रुख के आधार पर मेक्सिको का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब शांति प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए. इस संबंध में मैं यूक्रेन में वार्ता और शांति के लिए एक समिति के गठन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के मध्यस्थता प्रयासों को मजबूत करने के लिए मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के प्रस्ताव को आपके साथ साझा करना चाहता हूं. यदि संभव हो तो इसमें महामहिम नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस सहित अन्य राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों की भागीदारी हो.
कैसाबोन ने आगे कहा कि जैसा कि महासचिव ने कहा है, यह समय शांति के लिए काम करने और शांति के लिए प्रतिबद्ध होने का है. मेक्सिकन विदेश मंत्री ने तर्क दिया कि बातचीत, कूटनीति और प्रभावी राजनीतिक चैनलों के निर्माण से ही शांति प्राप्त की जा सकती है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शांति पर गंभीरता से विचार करने के लिए यह सही समय है.
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