न्यूयॉर्क/तेहरान । ईरान (Iran) में हिजाब (Hijab) के विरोध ने अब नया मोड़ ले लिया है. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (President Ibrahim Raisi) इन दिनों अमेरिका (America) में हैं. यहां उनका एक इंटरनेशनल न्यूज चैनल की चीफ एंकर क्रिस्टीन एमनपोर के साथ इंटरव्यू होना तय था. लेकिन एंकर ने उनके सामने हिजाब पहनने से मना कर दिया और ये इंटरव्यू नहीं हो सका. अब इस बारे में एंकर क्रिस्टीन एमनपोर ने एक के बाद एक ट्वीट कर कई बातें कही हैं. वहीं ईरान में हिजाब का विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प देखने को मिली. इसमें 31 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है.
क्रिस्टीन एमनपोर ने ट्विटर पर लिखा कि ईरान में हिजाब का विरोध तेज हो गया है. महसा अमिनी की मौत के बाद वहां की महिलाएं सड़कों पर उतरकर अपना हिजाब जला रही हैं. बीती रात 8 प्रदर्शनकारियों की मौत होने की खबर मिली है. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से वह इसी बारे में प्रश्न करना चाहती थीं.
रईसी का अमेरिका में होता पहला इंटरव्यू
उन्होंने कहा कि अमेरिका की जमीन पर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का ये पहला इंटरव्यू होता. वह अभी यूनाइटेड नेशंस की बैठक में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क की यात्रा पर हैं. हफ्तों की मेहनत और 8 घंटे ट्रांसलेशन डिवाइस के साथ माथापच्ची करने के बाद हम तैयार थे, लेकिन राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के आने का कोई संकेत नहीं मिला. इस बीच उनका एक सहयोगी आया, जिसने कहा कि उन्हे हिजाब पहनना होगा क्योंकि ये मुहर्रम का पवित्र महीना चल रहा है. उन्होंने इससे इनकार कर दिया. हम न्यूयॉर्क में हैं और अमेरिका में हिजाब पहनने की कोई परंपरा या कानून नहीं है. उन्होंने राष्ट्रपति के सहयोगी से कहा कि पूर्व में किसी अन्य ईरानी राष्ट्रपति ने ऐसा नहीं कहा है, जब भी उन्होंने उनका इंटरव्यू किया है. तब उनके सहयोगी ने साफ कर दिया कि ये इंटरव्यू नहीं होगा. उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया और अंतत: ये इंटरव्यू नहीं हुआ. ईरान में प्रदर्शन जारी है, लोगों की मौत हो रही है.
40 minutes after the interview had been due to start, an aide came over. The president, he said, was suggesting I wear a headscarf, because it’s the holy months of Muharram and Safar. 3/7
— Christiane Amanpour (@amanpour) September 22, 2022
ईरान में 31 प्रदर्शनकारियों की मौत
इस बीच खबर है कि ईरान में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई. इसमें 31 लोगों की मौत हो चुकी है. ईरान में महसा अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. 22 साल की महसा अमिनी की मौत ने ईरान में ‘एंटी हिजाब’ मूवमेंट को और ज्यादा भड़का दिया है. अमिनी को बिना हिजाब राजधानी तेहरान में घूमने पर गिरफ्तार किया गया था. अरेस्ट होने के कुछ देर बाद ही वो कोमा में चली गईं और 3 दिन बाद (16 सितंबर) को पुलिस कस्टडी में उनकी मौत हो गई थी.
उर्मिया, पिरानशहर और करमानशाह में विरोध प्रदर्शन ज्यादा उग्र है. वहीं न्यूयॉर्क में यूनाइटेड नेशंस के मुख्यालय के बाहर भी विरोध हो रहा है.रॉयटर्स के मुताबिक सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ता देख ईरान में इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया गया है. इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को बैन कर दिया गया है.
WhatsApp ने कही ये बात
इस बीच इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप WhatsApp ने कहा है कि हम प्राइवेट तरीके से दुनिया को जोड़ने के लिए मौजूद हैं. हम लोगों के निजी तौर पर संदेश भेजने के अधिकार के साथ खड़े हैं. हम ईरान के लोगों के नंबर ब्लॉक नहीं कर रहे हैं. हम हमारे ईरानी दोस्तों को आपस में जोड़े रखने के लिए काम कर रहे हैं और हमारे पास तकनीकी तौर पर अपनी सेवा को चलाते रहने के लिए जो भी मुमकिन होगा, उसे हम संभव करेंगे.
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