इंदौर। आशा डायरी के ऑर्डर प्लेसमेंट में हुई गड़बड़ी का खुलासा कल जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में हुआ, जिसके चलते कलेक्टर मनीष सिंह ने एनएचएम के तहत जिले में की गई खरीदी प्रक्रिया में गंभीर गड़बडिय़ां पाई। नतीजतन अपर कलेक्टर के नेतृत्व में एक जांच दल गठित कर पिछले दो सालों में खरीदी गई सामग्री, बिलों के भुगतान सहित अन्य गड़बडिय़ों की जांच के आदेश दिए और स्टोर प्रभारी इंद्रमणी पटेल और उसके सहायक कैलाश तायरे को निलंबित कर डाला। इस पूरे मामले में शाहरुख उर्फ गुलजार नामक सप्लायर की भूमिका सामने आई है, जिसका स्वास्थ्य विभाग के हर मामले में बड़ा दखल बताया जाता है।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कल सांसद शंकर लालवानी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें कलेक्टर मनीष सिंह के अलावा निगमायुक्त प्रतिभा पाल व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि भागीरथपुरा की अंजली शुक्ला की सी सेक्शन सर्जरी दयानंद अस्पताल में की गई थी। डॉ पूर्णिमा गडरिया ने बताया कि दयानंद अस्पताल में ना ही क्वालिफाइड डॉक्टर है ना ही प्रशिक्षित स्टाफ। इस तरह की बड़ी सर्जरी कर महिला के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया गया जिससे उनकी मृत्यु हुई। कलेक्टर श्री सिंह ने उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए अपर कलेक्टर श्री बेडेकर को हॉस्पिटल संचालक अनिल पंड्या के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने तथा सीएमएचओ को आगामी दो दिवस के भीतर हॉस्पिटल को सील करने के निर्देश दिए । उल्लेखनीय है कि हॉस्पिटल संचालक अनिल पंड्या बिना मेडिकल डिग्री के डॉक्टर के रूप में कार्य कर रहे हैं।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि इस तरह के छोटे अस्पताल किसी भी तरह की मेजर सर्जरी या सी सेक्शन बिना क्वालिफाइड स्टाफ और चिकित्सकों के ना करें। यदि फिर भी उनके द्वारा इस तरह की सर्जरी की जाती है तो उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा। सीएमएचओ दल गठित कर सभी अस्पतालों के ओटी कल्चर का औचक निरीक्षण करें। कलेक्टर ने बीएमओ एवं जेडएमओ को शिशु मृत्यु की डेट ऑडिट रिपोर्ट पुन: डिटेल स्क्रूटनी के साथ जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल ऑटोप्सी के कार्य में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के टीम के साथ पीएचसी के चिकित्सकों को भी टीम में शामिल करने के निर्देश दिए।
उपभोक्ता भंडारों और कई फर्मों का भी तगड़ा है घालमेल
कलेक्टर मनीष सिंह ने इस पूरे घोटाले की जांच का जिम्मा अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर को सौंपा है, जिसमें उपभोक्ता भंडारों और फर्मों के घालमेल, उनको दिए गए ऑर्डर, भुगतान की जानकारी निकाली जाएगी। दो सालों में खरीदी गई सामग्री, बिलों के भुगतान की स्थिति भी जांच के दायरे में की जा रही है और बिना किसी अधिकृत ऑर्डर प्लेसमेंट के सभी ब्लॉक में आशा डायरी डिलीवर की गई, उसकी जानकारी सीएमएचओ, सिविल सर्जन, डीपीएम, बीसीएम किसी के पास नहीं पाई गई। उसी के चलते कलेक्टर ने जांच दल गठित करते हुए स्टोर प्रभारी और सहायक को निलंबित कर दिया। साथ ही शाहरुख उर्फ गुलजार की भी संलिप्तता की भी जांच कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved