लन्दन: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन (Former British Prime Minister David Cameron) ने रविवार को खुलासा किया कि किंग चार्ल्स III ने महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth) के जीवनकाल से ही प्रिंस और राष्ट्र प्रमुख (Prince and Head of State) बनने का अभ्यास करना शुरू कर दिया था. उन्होंने खुलासा किया कि 10 डाउनिंग स्ट्रीट में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स (चार्ल्स) के साथ बैठक की थी, ताकि वह अपनी पदोन्नति की तैयारी कर सकें. उन्होंने कहा कि मैंने उनको जिस तरह से सीखते देखा है, उस लिहाज से वह अपने काम में बेहद शानदार हैं.
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह महारानी की तरह ही बेहतर राजनयिक साबित होंगे. गौरतलब है कि कैमरन 2010 और 2016 के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे. कैमरन ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सिंहासन पर काबिज थीं, तब प्रिंस चार्ल्स के साथ मैंने बैठकें कीं, क्योंकि वह इस बारे में सोचना शुरू करना चाहते थे कि उन बैठकों को कैसे संचालित किया जाए.’
कंजर्वेटिव पार्टी के पूर्व नेता ने नए महाराज को दिवंगत महारानी की तरह एक शानदार राजनयिक बताया. उन्होंने कहा कि वह नए राष्ट्र प्रमुख के रूप में ब्रिटिश सरकार को समर्थन देने के मामले में अत्यंत योग्य उत्तराधिकारी साबित होंगे. कैमरन ने कहा, ‘मैंने उन्हें राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठकों में कार्रवाई करते हुए देखा है. वह सभी को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं. वह उनके साथ शानदार ढंग से बातचीत करते हैं.’ बता दें कि 8 सितंबर को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का 96 साल की उम्र में निधन हो गया था. महारानी के निधन के बाद प्रिंस चार्ल्स तृतीय ब्रिटेन के महाराज घोषित किए गए.
इस घोषणा के बाद, चार्ल्स तृतीय ने प्रिवी काउंसिल की पहली बैठक की और संप्रभुता के प्रति कर्तव्यों एवं जिम्मेदारियों की अपनी व्यक्तिगत घोषणा की तथा अपनी दिवंगत मां के पदचिह्नों पर चलने की बात कही. चार्ल्स ने अपने पहले संबोधन में कहा, ‘महारानी ने खुद जिस समर्पण के साथ काम किया मैं भी अब संकल्प लेता हूं कि शेष समय में ईश्वर मुझे संवैधानिक सिद्धांतों को हमारे राष्ट्र के हित में कायम रखने की शक्ति दें.’
बता दें कि महारानी का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को वेस्टमिंस्टर एबे लंदन में होगा. इस दिन ब्रिटेन में अवकाश घोषित किया गया है. अंतिम संस्कार से पहले दिवंगत महारानी का पार्थिव शरीर चार दिनों के लिए संसद परिसर के भीतर वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा जाएगा, ताकि ब्रिटेन की जनता उन्हें श्रद्धांजलि दे सके. महारानी के ताबूत को सोमवार दोपहर तक होलीरूडहाउस के थ्रॉन रूम में रखा जाएगा, जहां शाही परिवार के सदस्य उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
महारानी के ताबूत की स्कॉटलैंड से इंग्लैंड की यात्रा मंगलवार को हवाई मार्ग के जरिए होगी और इस दौरान महारानी की बेटी राजकुमारी ऐनी साथ रहेंगी. ताबूत को महारानी के लंदन स्थित निवास बकिंघम पैलेस लाया जाएगा. बुधवार को ताबूत को वेस्टमिंस्टर पैलेस लाया जाएगा. 19 सितंबर को महारानी के अंत्येष्टि कार्यक्रम के दौरान शाही परिवार के सदस्यों के अलावा कई देशों के नेताओं के शामिल होने की संभावना है.
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