बड़वानी। मध्यप्रदेश में अवैध हथियारों की तस्करी (illegal arms smuggling) जैसे मामले लगातार देखने को मिल रहे है। इसी तरह मामला सूबे के बड़वानी जिले में देखने को मिला है, जहां पुलिस ने हथियारों का जबरदस्त जखीरा बरामद किया है। इस जंगल से सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) को मारने वाले गिरोह का भी कन्केशन है। यह गिरोह इसी जगह से हथियार खरीदता था। इस मामले में बड़वानी पुलिस ने यहां से 3 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। इसके साथ-साथ पुलिस ने यहां से 51 देशी कट्टे, देशी पिस्टल, अर्ध निर्मित देशी कट्टा-पिस्टल बरामद किए इन हथियारों की कीमत 10 लाख 44 हजार रुपये है।
पुलिस ने यहां से इन हथियारों में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी जब्त कर ली है. चौंकाने वाली बात यह है कि यह अवैध हथियारों की फैक्ट्री उमर्टी के आसपास के जंगलों में पहाड़ों के बीच खाई में चल रही थी!
पुलिस ने इस मामले कि गंभीरता को देखते हुए कड़ा एक्शन लिया। पुलिस अधिकारियों ने करीब 100 पुलिसकर्मियों के फोर्स के साथ उमर्टी के जंगलों में दबिश दी. पुलिस जैसे-जैसे जंगल के अंदर गई, वैसे-वैसे उसे अवैध हथियार बनने के सबूत मिलने लगे. पुलिस फोर्स को जैसे ही हथियारों की अवैध फैक्ट्री मिली वैसे ही उसने धावा बोल दिया और 3 आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस ने यहां से 51 देशी कट्टे, देशी पिस्टल, अर्ध निर्मित देशी कट्टा-पिस्टल बरामद किए। इन हथियारों की कीमत 10 लाख 44 हजार रुपये है. पुलिस ने यहां से इन हथियारों में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी जब्त कर ली है।
बताया जा रहा है कि अवैध हथियारों को बनाने का काम उमर्टी के आसपास के जंगलों में पहाड़ों के बीच खाई में चल रहा था। इस मामले में जो लोग गिरफ्तार हुए उनमें 23 वर्षीय बलजीत सिंह सिकलीगर, 24 वर्षीय राजेन्द्र सिंह बरनाला और 26 वर्षीय परबतसिंह सिकलीगर शामिल हैं। बलजीत सिंह पर पंजाब के कपूरथला और सेंधवा ग्रामीण थाने में आर्म्स एक्ट के मामला दर्ज हैं। राजेन्द्र सिंह के खिलाफ दिल्ली की स्पेशल सेल में 25 आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज हैं। वहीं परबतसिंह पर महाराष्ट्र के शिरपुर में आर्म्स एक्ट के मामला दर्ज हैं। आशंका है कि इतनी ज्यादा मात्रा में हथियारों का जखीरा मिलने का मतलब है कि यह किसी बड़े गिरोह को दिया जाना था। वह गिरोह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश करने वाला था।
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