नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) वित्त वर्ष 2023-24 (financial year 2023-24) के लिए सालाना बजट (Annual budget) तैयार करने का काम 10 अक्टूबर से शुरू करेगा। मंत्रालय की बजट तैयार करने की यह प्रक्रिया घरेलू अर्थव्यवस्था (domestic economy) को रफ्तार देने और विकसित देशों में मंदी की आशंका के बीच शुरू हो रही है।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के बजट इकाई के बजट परिपत्र 2023-24 के मुताबिक व्यय सचिव की अध्यक्षता में बजट पूर्व बैठकें 10 अक्टूबर से शुरू होंगी। वित्त वर्ष 2023-24 के बजट अनुमानों को बजट पूर्व बैठकों के पूरा होने के बाद अस्थायी तौर पर अंतिम रूप दिया जाएगा।
मंत्रालय के मुताबिक बजट का संशोधित अनुमान (आरई) को लेकर बैठकें नवंबर, 2022 के मध्य तक जारी रहेंगी। वित्त वर्ष 2023-24 का बजट संसद के बजट सत्र के पहले चरण में एक फरवरी, 2023 को पेश किया जा सकता है। आमतौर पर संसद का बजट सत्र जनवरी के अंतिम हफ्ते से शुरू होता है। अगले वित्त वर्ष के बजट में उच्च महंगाई, मांग को गति देने, रोजगार सृजन तथा आठ फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर को बनाए रखने जैसे मुद्दों पर गौर करने की जरूरत होगी।
उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई के नीचे आने के साथ यह मुद्दा अब ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं रह गया है। सीतारमण ने कहा कि अब सरकार की प्राथमिकता रोजगार सृजन और आर्थिक वृद्धि को गति देना है। दरअसल, ये सरकार के दूसरे कार्यकाल और सीतारमण का पांचवां बजट होगा। इसके साथ ही साथ ही 2024 के अप्रैल-मई में होने वाले आम चुनाव से पहले अंतिम पूर्ण बजट होगा। (एजेंसी, हि.स.)
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