नई दिल्ली। देश के अनेक राज्यों में इस समय मौसम सक्रिय (weather active) बना हुआ है। कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश का दौर चल रहा है। वहीं मौसम विभाग (weather department) का मानना है कि इस सप्ताह उत्तर पश्चिम और मध्य भाग में भारी बारिश (Heavy rain in North West and Central part) की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार जुलाई और अगस्त के बाद अब सितंबर महीने में भी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार के इलाकों में जोरदार बारिश की संभावना है। जबकि मप्र के उज्जैन को छोड़कर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी वजह ला नीना सिस्टम है।
मौमस विभाग का कहना है कि इन प्रणालियों के प्रभाव में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले दो दिनों के दौरान अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है। इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना है। इसके अलावा 8 और 9 सितंबर को कोंकण और गोवा में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में आज, पूर्वी मध्य प्रदेश आज और कल, छत्तीसगढ़, ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 9 सितंबर तक बारिश के आसार हैं।
छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मौसम सक्रिय
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 6 और 7 सितंबर को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई। इसके अलावा छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 9 सितंबर को बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मप्र में फिर लौटेगा मानसून
वैज्ञानिकों के अनुसार सितंबर के दूसरे और तीसरे सप्ताह में मानसून की गतिविधियां तेज होंगी। इस दौरान उज्जैन को छोड़कर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में जमकर पानी गिरेगा। उज्जैन में सामान्य या कम बारिश के आसार हैं।
वर्तमान में भू-मध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में ला नीना की स्थिति है। मौसम विभाग के मुताबिक ला नीना की स्थिति इस साल के अंत तक जारी रहने की संभावना है। अन्य जलवायु गतिविधियां भी आगामी सीजन के दौरान ला नीना की स्थिति के जारी रहने का संकेत दे रहे हैं। हिंद महासागर में नकारात्मक आईओडी की स्थितियां रहेंगी। इसी कारण सितंबर में अच्छी बारिश हो सकती है।
21 प्रतिशत अधिक हो चुकी बारिश
मध्यप्रदेश में चालू सीजन में अब तक करीब 31 इंच बारिश होना चाहिए थी, लेकिन 38 इंच पानी गिर चुका है। यह सामान्य से 21% ज्यादा यानी करीब 7 इंच ज्यादा पानी बरस चुका है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी फिलहाल नया सिस्टम नहीं बन रहा। सितंबर के दूसरे सप्ताह से दो से तीन सिस्टम बनने की उम्मीद है।
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