नई दिल्ली। बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 सितंबर, सोमवार को भारत दौरे पर आने वाली हैं. इससे पहले उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों (Hindu temples) को तोड़े जाने और रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya Muslims) को लेकर बात की है. उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों पर बता करते हुए कहा कि ये देश के लिए बहुत बड़ा बोझ हैं और उन्हें लगता है कि इस मुद्दे का सामाधान निकलाने में भारत (India) एक बड़ी भूमिका निभा सकता है.
रोहिंग्या को लेकर चिंतित, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बात
शेख हसीना (sheikh hasina) ने कहा कि मानवीय आधार पर हमने उन्हें शरण दी और सभी चीजें उपलब्ध कराईं. कोविड काल के दौरान हमने सभी रोहिंग्या को वैक्सीन भी लगवाई लेकिन कितने लंबे समय तक वो यहां रहेंगे. वो कैंप बनाकर रह रहे हैं. कुछ लोग ड्रग स्मगलिंग, हथियारों की तस्करी, महिला तस्करी जैसे धंधों में फंस गए हैं. दिन ब दिन ये बढ़ता ही जा रहा है. तो ऐसे में जितनी जल्दी हो सके ये अपने देश पहुंच जाएं उतना ही अच्छा है.
तकलीफ में दिया रोहिंग्या को सहारा
उन्होंने कहा कि हमने रोहिंग्या (Rohingya) को सहारा तकलीफ में दिया. जब वो परेशानियों का सामना कर रहे थे तब उन्हें सहारा (Shelter) दिया गया. अब उन्हें अपने देश वापस चले जाना चाहिए. एक पड़ोसी देश होने के नाते भारत (India) इसमें एक अहम रोल निभा सकता है. ऐसा मुझे लगता है. बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh) सोमवार को भारत के दौरे पर आने वाली हैं. उससे पहले उन्होंने अपनी बात रखी है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved