इस्लामाबाद। पाकिस्तान महिलाओं के लिए दुनिया का चौथा सबसे खतरनाक देश है। घर में पिटाई यहां आम है। पुरुष महिलाओं पर नियंत्रण के लिए इसका जमकर इस्तेमाल करते हैं। दुनिया न्यूज में मेहमिल खालिद ने बताया कि महिलाओं को सार्वजनिक रूप से परेशान करने, इज्जत के नाम पर मार देने जैसे अपराध बेखौफ किए जाते हैं। महिलाओं पर हिंसा को रोकने के लिए कानून तो बनाए गए हैं, लेकिन उन्हें लागू करना दूर की कौड़ी है।
पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्रालय की 2017-18 की रिपोर्ट में बताया गया था कि 15 से 29 साल की 28 फीसदी महिलाओं ने शारीरिक हिंसा की शिकार होने की बात कही थी। हालांकि उनके खिलाफ हिंसा के ज्यादातर मामले दर्ज ही नहीं किए जाते, इसलिए हालात कहीं ज्यादा खराब हैं।
मानवाधिकार निगरानी (HRW) ने 2022 की वैश्विक महिला शांति और सुरक्षा रिपोर्ट में 170 देशों में पाकिस्तान को 167वें स्थान पर रखा है। इसके मुताबिक, महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ दुष्कर्म, हत्या, तेजाबी हमले, घरेलू हिंसा और जबरन शादी का पूरे पाकिस्तान में बोलबाला है। हर साल कथित इज्जत के नाम एक हजार महिलाएं मौत के घाट उतार दी जाती हैं। पिछले साल पाकिस्तान को वैश्विक लैंगिंक अंतर सूचकांक में 153वां स्थान मिला था।
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