भोपाल। मध्यप्रदेश के 92 प्राइवेट अस्पतालों का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है। जबलपुर के न्यू लाइफ सिटी हॉस्पिटल में हुई आगजनी की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। विभाग ने जांच के लिए कमेटी बनाई थी। इसमें खामियां मिलने पर एक्शन लिया गया है। इसमें सबसे ज्यादा जबलपुर के 33, भोपाल के 21 और ग्वालियर के 19 हॉस्पिटल शामिल हैं।
पिछले महीने जबलपुर के न्यू लाइफ सिटी हॉस्पिटल में आग लगने से आठ लोग जिंदा जल गए थे। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर के प्राइवेट अस्पतालों नर्सिंग होम्स की जांच कराई। हर जिले में एक डॉक्टर के साथ नगर निगम के फायर ऑफिसर और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑफिसर के साथ जॉइंट टीम बनाकर अस्पतालों व निजी नर्सिंग होम्स का निरीक्षण कराया गया। इस जांच में प्रदेश के 23 जिलों के नर्सिंग होम बिना टेम्परेरी फायर एनओसी के चलते मिले हैं। जांच के दौरान नियमों के मुताबिक अस्पताल संचालित न मिलने पर 92 निजी नर्सिंग होम के पंजीयन निरस्त किए गए हैं।
जिले वार अस्पतालों के निरस्त हुए पंजीयन
भोपाल के इन निजी अस्पतालों के लाइसेंस कैंसिल
गांगुली मेट्रो सिटी हॉस्पिटल, सज्जाद नर्सिंग होम, विहान पैलिएटिव नर्सिंग होम, देव श्री हॉस्पिटल, मेघा नर्सिंग होम, न्यू आयुष्मान हॉस्पिटल, मिलेनियम हॉस्पिटल, केएनपी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, उज्जवल नर्सिंग होम, प्रयास बर्न एंड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, वैष्णो हॉस्पिटल, जनरल हॉस्पिटल, अरनव मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, बीएस सकलेचा हॉस्पिटल, दिव्या हॉस्पिटल, माधवी हॉस्पिटल, महर्षि वैदिक हेल्थ सेंटर, आनएसएस हॉस्पिटल बंगरसिया हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, न्यू स्टार हॉस्पिटल, कृष्णा मेमोरियल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर के नाम शामिल हैं।
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