पटना। लंबे समय से सुस्त पड़ी विपक्षी एकता (opposition unity) की मुहिम एक बार फिर चलने वाली है और इसकी शुरूआत बिहार में जदयू-राजद (JDU-RJD) के मिलन से हो चुकी है।
आपको बता दें कि तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (CM K Chandrashekhar Rao)ने हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav) से मुलाकात कर विपक्षी एकता कायम करने की नई शुरुआत की है। इन दोनों नेताओं ने मिशन 2024 के लिए भाजपा ने विपक्ष शासित राज्यों को खंगालने और नए क्षेत्रीय, जातीय, सामाजिक समीकरण पर आगे बढ़ने की रणनीति बनाई है।
मीडिया खबरों के अनुसार सीएम नीतीश कुमार मिशन-2024 के लिए खुद को लॉन्च करने के लिए अगले सप्ताल दिल्ली का दौरा कर सकते हैं। जनता दल युनाइटेड (JDU) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पटना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद की बैठकों के बाद मुख्यमंत्री अगले सप्ताह बिहार से बाहर जाकर इस मिशन को धार देंगे।
विदित हो कि 2022 में उन्होंने बीजेपी को बिना किसी सहयोगी के बिहार में छोड़ दिया है। वह अब सभी क्षेत्रीय दलों को एक छतरी के नीचे लाने के लिए काम करके भाजपा को अलग-थलग करने और उसके झूठ का पर्दाफाश करने के लिए काम करेंगे। सभी क्षेत्रीय दलों के फायरिंग रेंज में भाजपा है।
एनसीपी प्रमुख ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा से संबंध तोड़ कर एक अच्छा राजनीतिक निर्णय लिया है, हम इसका स्वागत करते हैं। गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने पर शरद पवार ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है।
मिशन-2024 को लेकर जेडीयू के पोस्टर बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर दिखने लगे हैं। जेडीयू दफ्तर में नीतीश कुमार की तस्वीर और ”आगज़ हुआ, बदला होगा; प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा” जैसे नारों के साथ बैनर लगे हुए हैं।
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