स्वरोजगार मेले के बाद रोजगार के लिए भी की पहल, कंपनियों से बात कर करा रहे टाईअप
इंदौर। कोरोना काल (Corona period) के बाद बेरोजगार युवाओं (unemployed youth) के लिए कलेक्टर (collector) ने पहल की है। उन्हें न केवल नौकरियां (jobs) दिलाई जा रही हैं, बल्कि स्वरोजगार (self-employment) करने की इच्छा रखने वालों की मदद भी की जा रही है।
हाल ही में मुख्यमंत्री (chief minister) की उपस्थिति में आयोजित हुए स्वरोजगार मेले (self-employment fair) में युवाओं को जहां व्यावसायिक मदद दिलाने के लिए पहल की गई। उसके बाद अब कलेक्टर ने शहर के 227 युवाओं को रोजगार भी दिलाया है। रोजगार कार्यालय (employment office) में बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया गया। विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों के युवाओं का शहर की कई कंपनियों में साक्षात्कार कराया। 305 युवाओं के आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 227 को हाथोहाथ नौकरी भी मिल गई। उपसंचालक रोजगार पीएस मंडलोई ने बताया कि निजी क्षेत्र की 7 प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया। उक्त कंपनियों के प्रतिनिधियों ने प्रारंभिक चयन सेल्स एग्जीक्यूटिव, डिलीवरी ब्वॉय, मार्केटिंग और ऑपरेटर आदि पदों के लिए किया है। मेले में लोटस इलेक्ट्रॉनिक, अमय इंटरप्राइजेस, यशस्वी टैलेंट मैनेजमेंट, टीएससीएफएम, फ्लिपकार्ट, डेक्कन टेक्नो तथा एसएस रियल्टी आदि कंपनियां शामिल थीं।
नौकरी नहीं तो क्राइम बढ़ा
ज्ञात हो कि कोरोना काल के बाद कई कंपनियां बंद हो जाने के चलते प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ गई है, जिसके चलते इंदौर शहर में भी चोरी, डकैती और लूटपाट की वारदातें बढ़ गई हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर मेले में पहुंचे एक युवा ने बताया कि एक साल से नौकरी की तलाश करने के बाद भी जब नौकरी नहीं मिली तो वह हताश हो गया था। आत्महत्या करना या क्राइम से जुडऩा ही एकमात्र विकल्प बचा था, लेकिन कलेक्टर की इस पहल ने उसे एक और उम्मीद जगाई और उसे पहले ही प्रयास में नौकरी मिल गई।
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