इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टों के बाढ़ प्रभावित दौरे के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमला करने, पथराव करने और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले 100 से अधिक लोगों पर आतंकवाद के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
प्रधानमंत्री शरीफ, विदेश मंत्री भुट्टो, सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह और अन्य मंत्री बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को सुक्कुर जिले पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने राहत शिविरों में विस्थापित परिवारों से मुलाकात की। भारी बारिश के बाद ये लोग सड़क किनारे बनाए गए राहत शिविरो में रह रहे हैं।
पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार, जब अधिकारी शिविर के बाहर अपनी ड्यूटी कर रहे थे तो महिलाओं सहित कुछ दंगाइयों ने मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई और बाढ़ प्रभावित परिवारों को अधिकारियों के खिलाफ भड़काया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि जब प्रधानमंत्री और अन्य लोग प्रभावित परिवारों से राहत शिविर में मिल रहे थे, कुछ लोगों ने हमला करने के लिए दूसरों को उकसाया और सार्वजनिक संपत्तियों पर भी हमला किया गया और उन्हें नुकसान पहुंचाया गया। उन्हें रोकने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया।
उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों ने जमा हुए बारिश के पानी से बाहर निकालने में प्रशासन की विफलता के खिलाफ विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित परिवारों को कुछ सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए उकसाया। उन्होंने दावा किया कि भीड़ ने वाहनों के शीशे भी तोड़ दिए जिसके परिणामस्वरूप आठ घंटे तक यातायात बाधित रहा।
प्रवक्ता ने बताया कि हमने बदमाशों के खिलाफ आतंक रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है, जैसे ही सीसीटीवी कैमरा फुटेज और अन्य वीडियो में उनकी पहचान की जाएगी, उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान में बाढ़ से जून से अबतक होने वाली मौतें 1,000 से ऊपर हो गई हैं। भारी बारिश से आई बाढ़ ने कई गांव और फसल को बह गई है। सैनिकों और बचावकर्मियों ने फंसे हुए निवासियों को राहत शिविरों में पहुंचाया और हजारों विस्थापित पाकिस्तानियों को भोजन मुहैया कराया।
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