हैदराबाद। पैगम्बर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर आपत्तिजनक टिप्पणी (offensive remarks) करने के मामले में हैदराबाद में कई जगह हिंसा देखने को मिल रही है। यहां तक कि प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन भी उग्र होता जा रहा है, जबकि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक टी राजा सिंह के के वकील को यूएई से धमकी मिली है।
आपको बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में मंगलवार को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले निलंबित भाजपा विधायक को जमानत मिलने के बाद बवाल और अधिक बढ़ गया है। प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है।
पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को समझाने की हर संभव कोशिश कर रही है, लेकिन ये सभी मानने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। इन सबके बीच अब एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने हैदराबाद पुलिस से उन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है, जिन्होंने निलंबित भाजपा नेता टी राजा सिंह के खिलाफ स्कूली बच्चों को नारेबाजी करने के लिए उकसाया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हैदराबाद पुलिस को लिखे एक पत्र में, बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित वीडियो क्लिप में बच्चों को “सर तन से जुदा” जैसे नारे लगाते हुए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निलंबित नेता को “फांसी” देने की मांग करते हुए दिखाया गया है। आयोग ने कहा कि ऐसा लगता है कि बच्चों को प्रभावित किया गया और विरोध में राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया। आयोग ने स्वत: संज्ञान लेना उचित समझा क्योंकि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत संबंधित प्रावधानों का प्रथम दृष्टया उल्लंघन है।
भाजपा के निलंबित विधायक टी राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि शहर के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भगवा पार्टी के नेता के कथित नफरत भरे भाषण का सीधा नतीजा है। ओवैसी ने एक ट्वीट में कहा कि पुलिस ने बुधवार को शाह अली बांदा इलाके से 90 लोगों को उठाया और उनके बयान पर उन्हें छोड़ दिया गया। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह स्थिति राजा सिंह के अभद्र भाषा का प्रत्यक्ष परिणाम है। उन्हें जल्द से जल्द जेल भेजा जाना चाहिए। मैं शांति बनाए रखने की अपनी अपील भी दोहराता हूं। हैदराबाद हमारा घर है, इसे सांप्रदायिकता का शिकार नहीं होना चाहिए।
नूपुर शर्मा ने की थी पैगंबर पर टिप्पणी
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने 27 मई को एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित बयान दिया था। बयान के चलते भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। नूपुर के बयान के विरोध में देश में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए।
जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में नूपुर शर्मा को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि नूपुर ने टेलीविजन पर धर्म विशेष के खिलाफ उकसाने वाली टिप्पणी की। उन्होंने लोगों की भावनाएं भड़काई हैं और देशभर में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है।
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