शिवपुरी। शिवपुरी जिले के बदरवास तहसील के ग्राम बढोखरा में 17 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से बनने वाला तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। इस तालाब के टूटने से कई गावों में पानी भर गया। साथ ही सैकड़ों किसानों की फसल चौपट हो गई। बीते कई दिनों से शिवपुरी में बारिश के चलते नदी-नाले पहले से ही उफान पर हैं। जिले की कोलारस विधानसभा में भारी बारिश के चलते बर्बादी की तस्वीरें सामने आ रही हैं परन्तु भारी बारिश ने हो रहे भ्रष्टाचार की पोल भी खोल दी है। बारिश के पानी से 17 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से बनने वाले तालाब का बांध ढह जाने से तालाब से निकले पानी ने ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंचाया है।
घर और खेतों में भरा पानी
ग्रामीणों का आरोप है कि तालाब के एकाएक टूटने से निकला पानी उनके घरों व खेतों में भर गया। ग्रामीणों का कहना है कि तालाब के ठेकेदार के द्वारा तालाब के निर्माण कार्य मे भारी भ्रष्टाचार किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब के निर्माण कार्य मे ठेकेदार द्वारा भारी लापरवाही बरती गई है। ठेकेदार के द्वारा वर्षा काल के दौरान तालाब की बांध को बांधा गया जिससे तालाब की बांध की मिट्टी गीली रह गई।
नरोत्तम मिश्रा ने किया था उद्घाटन
बदरवास तहसील में वर्ष 2017 में उपचुनाव के दौरान भाजपा सरकार में जल ससाधन मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा के द्वारा 17 करोड़ की लागत से बनने वाले ग्राम बड़ोखरा में तालाब का भूमि पूजन किया गया था। इस तालाब से लगभग 500 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा मिलने वाली थी। इस तालाब के बनने के बाद बड़ोखरा, बायिगा, अजलपुर, बेरखेड़ी के लगभग 825 किसानों को लाभ होता। इसके साथ ही इस गांव के जलस्तर में भी काफी बढ़ोतरी होती। परन्तु इससे पहले ही भ्रष्टाचार के तालाब की पोल खुल गई।
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