मंडला। जिले के जवान गिरजेश कुमार उद्दे (Jawan Girjesh Kumar Udde) भारत-बांग्लादेश सीमा (India-Bangladesh border) पर शुक्रवार को उग्रवादियों (extremists) के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। वह मंडला जिले के रहने वाले थे और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान के रूप में उत्तर त्रिपुरा के कंचनपुर में तैनात थे। शुक्रवार को नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के संदिग्ध उग्रवादियों ने अचानक सैनिकों पर हमला कर दिया, जिसमें गिरजेश को चार गोलियां लगीं थीं। शहीद जवान का शव रविवार को उनके गांव पहुंचेगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद गिरजेश कुमार उद्दे (53) मंडला के ग्राम चरगांव के रहने वाले थे। वह बीएसएफ की 145वीं बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल थे। शुक्रवार को बीएसएफ की टीम कंचनपुर अनुमंडल की सीमा-II चौकी इलाके में अभियान पर थी। टीम में गिरजेश भी शामिल थे। हथियारों से लैस उग्रवादियों ने बांग्लादेश के रंगमती पर्वतीय जिले के जुपुई इलाके से जवानों पर अचानक हमला कर दिया। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। काफी देर तक चली मुठभेड़ में जवान गिरजेश को चार गोलियां लगीं। उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। गिरजेश के शहीद हो जाने का समाचार मिलने के बाद से गांव में शोक का माहौल है। शहीद जवान का शव रविवार सुबह तक मंडला पहुंचेगा। इसके बाद यहां पूर्ण सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। एजेंसी