रीवा। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा रियासत (Rewa princely state) के युवराज और भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) से विधायक दिव्यराज सिंह (MLA Divyaraj Singh) अपनी ही सरकार के निर्णयों को लेकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। उन्होंने बांधवगढ़ दर्शन को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके साथ ही बागी होकर दिव्यराज सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मैं हूं, लोगों को कोई भी दर्शन करने से रोक नहीं सकता। हम विंध्य की संस्कृति पर प्रहार नहीं होने दे सकते ।
उल्लेखनीय है कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क के अंदर प्राचीन बँधवाधीश मंदिर है और यहीं भगवान विष्णु की हजारों साल पुरानी विशाल प्रतिमा है। यहां बांधवाधीश मंदिर श्रद्धालुओं के लिए साल में एक ही दिन जन्माष्टमी के दिन खोला जाता था। जहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आकर भगवान के दर्शन करते रहे हैं। लेकिन इस बार प्रशासन ने जन्माष्टमी के मौके पर भी मेले का आयोजन और मंदिर में लोगों की एंट्री पर बैन लगा दिया । जिसके बाद दिव्यराज सिंह अपनी ही सरकार पर भड़के हुए हैं। वे अपने पिता व रीवा राज घराने के महाराज पुष्पराज सिंह के साथ धरने पर भी बैठ गए हैं।
उन्होंने सीएम चौहान को टैग करते हुए एक सार्वजनिक बयान भी जारी किया। उन्होंने कहा कि, ‘रीवा राजघराने की बरसों पुरानी परंपरा के अनुरूप बांधवगढ़ नेशनल पार्क में स्थित भगवान बाँधवाधीश का पवित्र मंदिर वर्ष में सिर्फ़ एक बार ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सिर्फ कुछ ही समय के लिए खुलता है। इस मौके पर लगभग 50 हज़ार श्रद्धालु भगवान के दर्शन हेतु अपना रजिस्ट्रेशन कराते हैं। यह पवित्र मंदिर हमारे समस्त विंध्यवासियों की आस्था के एक बिन्दु की तरह है। इस बार बरसों पुरानी परंपरा के साथ और आम जनमानस की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन कहना है कि जंगल में हाथियों का मूवमेंट ज़्यादा है इसलिए इस बार वहाँ श्रद्धालु नहीं जा सकते हैं और न ही ऐतिहासिक परंपरा और संस्कृति के अनुरूप वहाँ पूजा हो सकती है। मेरा मानना है कि हाथियों का मूवमेंट जंगल में नहीं होगा तो क्या शहर में होगा और अगर मूवमेंट ज़्यादा है तो वन विभाग और प्रशासन इसके इंतजाम करे।
दिव्यराज सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मैं हूँ ऐसा नहीं होने दूंगा, आमजन की आस्था मेरी आस्था है। प्रशासन जब तक श्रद्धालुओं को दर्शन करने इस इजाज़त और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम की जिम्मेदारी नहीं लेता, मैं धरने पर बैठा रहूंगा। उन्होंने कहा कि हम विंध्य की परंपरा और संस्कृति पर प्रहार नहीं सहेंगे। हम डटे थे, हम डटे हैं और हम डटे रहेंगे।’ हालांकि पुलिस ने बलप्रयोग करते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया है । पुलिस कार्रवाई को लेकर गुस्सा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान का जन्म कारागार में हुआ था, हम भी अपने भगवान के लिए कारागार भर देंगे।
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