श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क में 15 अगस्त तक अफ्रीकी चीतों को लाए जाने की तमाम अटकलों को शनिवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि अभी दक्षिण अफ्रीका से एमओयू होना बाकी है, लिहाजा कूनो में सितंबर तक चीते लाने की प्रक्रिया पूरी होगी। उन्होंने कहा कि कूनो में चीते आने के बाद श्योपुर न केवल देश के बल्कि विश्व के मानचित्र पर पहचान बनाएगा।
तिरंगा यात्रा में भागीदारी करने श्योपुर आए केंद्रीय मंत्री तोमर ने मीडिया से चर्चा के दौरान चीते आने संबंधी सवाल पर कहा कि कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से 12 चीते लाए जाने हैं। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। जिसमें नामीबिया से एमओयू हो चुका है और दक्षिण अफ्रीका से एमओयू होना शेष है, जो एकाध हफ्ते में हो जाएगा। चूंकि सारे चीते एक ही हवाईजहाज में लाने हैं, इसके लिए भी तैयारियां चल रही है। इन सबके चलते सितंबर तक चीते लाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। कूनो में चीते आने के बाद हमारा श्योपुर प्रदेश या देश में ही नहीं बल्कि विश्व के पर्यटन मानचित्र पर आ जाएगा।
तिथि में फंसी चीतों की लैंडिंग!
कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकी चीते बसाए जाने की तैयारी हो चुकी है और कूनो में 500 हेक्टेयर का बाड़ा भी बनाया जा चुका है। लेकिन अगस्त माह की शुरुआत में जिस तरह 15 अगस्त तक चीते लाने बात सामने आई, उससे श्योपुर, भोपाल और दिल्ली तक सरगर्मी बढ़ गई थी। इस बीच चर्चा ये भी सामने आई कि जहां केंद्र सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के बीच 15 अगस्त तक चीते लाने की तैयारी में थी, वहीं प्रदेश सरकार मप्र स्थापना दिवस 1 नवंबर को चीता शिफ्ंिटग चाह रही है। इस संबंध में पत्रिका ने केंद्रीय मंत्री तोमर से सवाल किया तो उन्होंने इस तरह की चर्चाओं को खारिज किया और कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved