• img-fluid

    विदेश मंत्री जयशंकर की नसीहत के बाद अब चीन को भारत से समर्थन की उम्मीद

  • August 14, 2022

    नई दिल्ली। चीन (China) को उम्मीद है कि भारत (India) वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) (India Line of Actual Control (LAC)) पर गतिरोध के बाद द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर लाने के अपने प्रयासों को और तेज करेगा। साथ ही ताइवान (Taiwan) मध्य में हाल के घटनाक्रमों को लेकर “एक-चीन” नीति का समर्थन करेगा। चीनी राजदूत सन वेइदॉन्ग ने भारत द्वारा “एक-चीन” नीति के किसी भी उल्लेख को टालने के एक दिन बाद पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी की है।

    बता दें कि भारत ने अमेरिकी सदन के अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की यात्रा के बाद उत्पन्न तनाव के बाद ताइवान में यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई का विरोध किया है। वहीं, सन ने इस बात को दोहराया कि तनाव के लिए अमेरिका और पेलोसी पूरी तरह से जिम्मेदार थे।


    भारत-चीन के बीच एलएसी पर जारी गतिरोध के बाद चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की बात कहते हैं, जबकि उनके भारतीय समकक्ष एस जयशंकर का कहना है कि दोनों देशों के बीच के संबंधों को तब तक सामान्य नहीं किया जा सकता है, जब तक की सीमा को शांत नहीं कर लिया जाए। सन ने कहा कि चीन को उम्मीद है कि मामलों को सही रास्ते पर वापस लाने के उसके प्रयासों को भारत का समर्थन मिलेगा।

    उन्होंने कहा, “हम चीन-भारत संबंधों को महत्व देंगे और इसे सही रास्ते पर लाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। हमें उम्मीद है कि इस तरह के प्रयास में हमें दूसरी तरफ (भारत) से भी समर्थन मिलेगा। हम मानते हैं कि हम इस तरह के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। यह निश्चित रूप से न केवल हम दोनों देशों को बल्कि इस पूरे क्षेत्र और दुनिया को भी लाभान्वित करेगा।”

    भारत और चीन के बीच मई 2020 से गतिरोध जारी है। दोनों पक्षों ने लद्दाख सेक्टर में लगभग 50,000 सैनिकों को तैनात किया है। जून 2020 में गलवान घाटी में एक क्रूर संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। वहीं, कम से कम चार चीनी सैनिकों की भी मौत हुई थी। दोनों पक्षों के बीच 10 दौर राजनयिक बातचीत और 16 दौर की सैन्य वार्ता के बावजूद केवल पैंगोंग झील और गोगरा में सीमावर्ती बलों को हटाया गया है। बाकी जगहों पर गतिरोध आज भी कायम है।

    सन ने कहा, “चीन दोनों देशों के बीच संवाद को मजबूत करने और हमारी समझ को गहरा करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है, ताकि किसी भी तरह की गलतफहमी से बचा जा सके।” उन्होंने कहा, ”हम इस बात की उम्मीद करते हैं कि भारत से भी हमें ऐसा ही सहयोग मिलेगा।” उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के लिए खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों पर वैश्विक स्तर पर समन्वय करना भी महत्वपूर्ण है।

    उन्होंने कहा, “हमारे दो बड़े पड़ोसियों के बीच मतभेद होना स्वाभाविक है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे कैसे संभालना है। दोनों पक्षों को मतभेदों का प्रबंधन करना चाहिए और उन्हें नए विवाद बनने से रोकना चाहिए।”

    ताइवान के मुद्दे पर सन ने चीन की स्थिति को दोहराया कि वह द्वीप को मुख्य भूमि के साथ फिर से जोड़ने के लिए बल का उपयोग करना नहीं छोड़ेगा। उन्होंने अपने देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय रक्षा के लिए चीन के प्रयासों को समझने का आह्वान किया।

    Share:

    जांच एजेंसियों की कार्रवाई से बौखलाए TMC नेता, ममता को बदनाम करने वालों को दी धमकी

    Sun Aug 14 , 2022
    कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्ताधारी टीएमसी (TMC) के नेताओं के भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को लेकर बीजेपी (BJP) हमलावर है। दूसरी तरफ TMC लीडर्स भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी (party supremo mamta banerjee) और उनके उत्तराधिकारी अभिषेक बनर्जी (Successor Abhishek Banerjee) को बदनाम करने की कोशिश हो […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved