नई दिल्ली । चीन (China) ने शनिवार को अमेरिका (America) को आगाह किया कि वह ताइवान (Taiwan) के मसले पर ‘‘बड़े संकट’’ को हवा देना प्रयास न करे. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी (Nancy Pelosi) की हालिया ताइवान यात्रा से चिढ़कर चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य में अपना सैन्य अभ्यास (military exercises) शुरू किया है. अभ्यास के तीसरे दिन आज चीन के युद्धक विमानों ने घुसपैठ तेज की. चीन का मानना है कि पेलोसी की यात्रा की अनुमति देकर अमेरिका ने ताइवान पर उसकी संप्रभुता को चुनौती दी है.
इधर, ताइवान का कहना है कि उसने शनिवार को ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाले कई चीनी विमानों और नौसैनिक जहाजों का पता लगाया है, जो उसके खिलाफ संभावित कृत्रिम हमला हो सकता है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुछ चीनी विमानों और जहाजों ने ताइवान जलडमरूमध्य में संवेदनशील मध्य रेखा को पार कर लिया , जो द्वीप को चीन की मुख्य भूमि से अलग करता है, जबकि सैन्य अभ्यास के पैमाने से ये अटकलबाजी की जाने लगी है कि चीन, ताइवान पर आक्रमण के लिए तैयार हो रहा है. हालांकि, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने इन खबरों को खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा, ”अमेरिका का यह दावा कि चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदल दिया है, पूरी तरह से अफवाह और बदनाम करने की साजिश का हिस्स है.” नोम पेन्ह में आसियान के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने वाले वांग को यहां आधिकारिक मीडिया में यह कहते हुए उद्धृत किया गया था कि अमेरिका की सामान्य रणनीति यह है कि यह पहले समस्याएं पैदा करेगा, और फिर उनका उपयोग अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उसका यह तरीका चीन पर काम नहीं करेगा.”
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