उज्जैन। जिला अस्पताल में 42 लाख कीमत की नई लिफ्ट लगाई गई है। दो दिन पहले इसकी शुरुआत हो गई थी लेकिन आज सुबह इसमें खराबी आ गई और लिफ्ट बंद हो गई। सुधार के लिए आरएमओ डॉ. भोजराज शर्मा ने तकनीशियन टीम को फोन किया। उल्लेखनीय है कि लंबे इंतजार के बाद जिला अस्पताल में सालों पुरानी बंद और खराब हो चुकी लिफ्ट के स्थान पर तीन महीने पहले नई लिफ्ट लगाने का काम शुरु हुआ था। यह काम पिछले हफ्ते मंगलवार को पूरा हो गया था और बुधवार से लिफ्ट को स्टाफ और मरीजों के लिए शुरु करा दिया गया था। कई सालों से बंद लिफ्ट के कारण जिला अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित हड्डी सहित अन्य 7 वार्डों में भर्ती मरीजों को लाने- ले जाने में परेशानी आ रही थी।
मरीजों को स्टेचर पर रखकर सीढिय़ों के जरिये लाना और ले जाना पड़ रहा था इसमें खतरा था। 6 माह पहले शासन की ओर से उज्जैन जिला अस्पताल को 42 लाख रुपए की नई लिफ्ट मंजूर की गई थी। तीन महीने तक इसका काम ही शुरु नहीं हुआ था और बाद में इसे जैसे-तैसे पूरा किया गया था। दो दिन पहले इस लिफ्ट का काम पूरा होने के बाद शुरु किया गया था और इससे मरीजों को राहत भी मिली थी। आज सुबह यह लिफ्ट अचानक बंद हो गई। आरएमओ को जानकारी लगने पर उन्होंने इसके सुधार के लिए तकनीकी टीम को फोन लगाया। हालांकि दोपहर तक इसका सुधार शुरु नहीं हो पाया था। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल परिसर में लिफ्ट लगाने का यह काम हाल ही में पूरा हुआ है और दावा किया गया था कि लाईट जाने पर भी लिफ्ट चालू रहेगी और इसमें कोई मरीज नहीं फंसेगा लेकिन आज यह खराब हो गई।
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