कटनी। मानव जीवन विकास समिति द्वारा सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक) के सहयोग से एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) द्वारा गठित समूह की महिलाओं को जैविक खाद एवं जैविक कीटनासी प्रबंधन को लेकर पठरा ग्राम पंचायत मे स्व.सहायता समूह की 30 महिलाओं का प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण का आयोजन संस्था प्रमुख निर्भय सिंह, नाबार्ड से डीडीएम श्री धनेष, एनआरएलएम से राम सुजान एवं सूर्य प्रताप सिंह बघेल के सहयोग से पठरा स्थित गौ-शाला मे प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में नाबार्ड से डी डी एम, आरसेटी डायरेक्टर, एलडीएम, डी आई सी, समिति सचिव निर्भय सिंह, समिति कार्यकर्ता रामकिशोर चौधरी, चंद्रपाल कुशवाहा, पठरा से सुरेश विश्वकर्मा, गणेश विश्वकर्मा, विकास यादव, दीपक, मिहीलाल आदि की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया।
प्रदर्शित की गई जैविक दवाइयां व जैविक खाद, जैव कीटनासी प्रबंधन पर दसपर्णी, मठास्त्र, अग्निआस्त्र, नीमास्त्र, हींगास्त्र, घन जीवामृत, जीवामृत, लमित, तुलास्त्र, बीजामृत, गजरा मृत और महुआस्त्र दवाईयां तैयार कर प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाते हुए प्रयोग विधि बताई गई। इन सभी प्रकार की दवाईयां बनाना स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने सीखा।ये सभी दवाईयों को बनाने मे लागत बहुत ही कम लगती है। आपको बता दें की परिवेश मे उपलब्ध सामग्री के उपयोग से सहजता से कीट नियंत्रण तैयार किए जाते है। इसमे आने वाली लागत भी न के बराबर है और भूमि, मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण पर भी हानिकारक प्रभाव नही डालता है। जैविक खाद में कम्पोस्ट खाद, वर्मीकम्पोस्ट खाद, नाडेप, भू नाडेप खाद तैयार कर बताया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम मे 4 स्व.सहायता समूह से लगभग 30 महिलाओं की भागीदारी रही है। संस्था प्रमुख निर्भय सिंह, प्रशिक्षक श्रीमती मिलन धुर्वे, लाल सिंह विशेषज्ञ जैविक कीटनासी प्रबंधन दमोह, संस्था कार्यकर्ता श्रीमती राधिका तिवारी, ओमप्रकाश यादव, योगेश सिंह की भूमिका रही।
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