नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (reserve Bank of India) आज रेपो दर में 0.35 से 0.50 फीसदी की बढ़त कर सकता है। बार्कलेज, सिटी और डीबीएस जैसे ब्रोकरेज (brokerage) का मानना है कि रेपो दर बढ़कर 5.40 फीसदी हो सकती है। जिससे यह अगस्त, 2019 के स्तर पर पहुंच जाएगी। इससे कर्ज की किस्त महंगी हो जाएगी। आरबीआई के आज के फैसले के पहले पिछले हफ्ते 4 बैंकों समेत कर्ज देने वाले संस्थानों ने ब्याज दरें बढ़ा दी थीं।
आरबीआई इस बार महंगाई (inflation) के अनुमान को कम और वृद्धि के अनुमान को बढ़ा सकता है। बार्कलेज का मानना है कि जुलाई में खुदरा महंगाई (retail inflation) 6.6 फीसदी रह सकती है, जो आरबीआई के तय दायरे 2 से 6 फीसदी की तुलना मे मामूली ज्यादा रह सकता है। ऐसे में अक्तूबर से दरों को बढ़ाने का सिलसिला रुक सकता है। यह लगातार तीसरी बार होगा जब दरों में बढ़ोतरी होगी। दर बढ़ाने के मामले में भारत दुनिया में 8वें नंबर पर है।
अप्रैल से 4,217 रुपये बढ़ गई किस्त
20 साल की अवधि वाले 50 लाख रुपये के होम लोन की किस्त 7.55 फीसदी पर 40,433 रुपये आती थी। अब 7.80 फीसदी ब्याज दर पर किस्त बढ़कर 41,202 रुपये हो गई है। हालांकि अप्रैल में यही किस्त उस समय की ब्याज दर के आधार पर 36,985 रुपये होती थी। इस तरह से इसमें 4,217 रुपये की बढ़त हो गई है।
फिर 79 के पार रुपया
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया लगातार गिर रहा है। हाल में यह 80 के पार पहुंच गया था। हालांकि बीच में मजबूत होने के बाद बुधवार को यह 62 पैसा टूटा तो बृहस्पतिवार को 25 पैसे गिरकर 79.40 पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट
देश | गिरावट |
चीन | 179 अरब डॉलर |
भारत | 62 अरब डॉलर |
थाईलैंड | 28 अरब डॉलर |
द. कोरिया | 25 अरब डॉलर |
(आंकड़े इस साल के हैं)
अगस्त में निवेश कर रहे हैं विदेशी निवेशक
इस साल ब्याज दर बढ़ाने वाले ये हैं प्रमुख देश
देश | वृद्धि |
ब्राजील | 4.00 फीसदी |
अमेरिका | 2.25 फीसदी |
कनाडा | 2.25 फीसदी |
ऑस्ट्रेलिया | 1.25 फीसदी |
द. कोरिया | 1.25 फीसदी |
यूके | 1.00 फीसदी |
भारत | 0.90 फीसदी |
यूरोजोन | 0.50 फीसदी |
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